राजारहाट-गोपालपुर में तृणमूल की कीर्तन गायिका अदिति मुंशी से है भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य का मुकाबला

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में राजरहाट-गोपालपुर विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को पांचवे चरण के तहत मतदान है. तृणमूल कांग्रेस ने अदिति मुंशी चक्रवर्ती को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो लोकप्रिय कीर्तन गायिका हैं. वह राजनीति में बिल्कुल नयी हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2021 4:32 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में राजरहाट-गोपालपुर विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को पांचवे चरण के तहत मतदान है. यहां तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशियों के बीच चुनावी अनुभव में जमीन-आसमान का अंतर है. तृणमूल कांग्रेस ने अदिति मुंशी चक्रवर्ती को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो लोकप्रिय कीर्तन गायिका हैं. वह राजनीति में बिल्कुल नयी हैं.

दूसरी तरफ, भाजपा ने इस सीट से पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं पार्टी के बुजुर्ग नेता शमिक भट्टाचार्य को टिकट दिया है. इस निर्वाचन क्षेत्र में बड़ी संख्या में शरणार्थी हैं, जो देश के विभाजन के समय पूर्वी बंगाल से विस्थापित होने के बाद से यहां बसे हुए हैं. तृणमूल कांग्रेस ने मौजूदा विधायक पुर्णेंदु बोस को हटाकर यहां से अदिति मुंशी चक्रवर्ती को टिकट दिया है. बोस को स्वास्थ्य कारणों की वजह से इस बार टिकट नहीं दिया गया.

राज्य में सत्तारूढ़ दल की युवा नेता के सामने पार्टी के किले को बचाने की चुनौती है. वह शमिक भट्टाचार्य पर निशाना साध रही हैं, जो मौजूदा विधानसभा में उत्तर 24 परगना के ही बसीरहाट विधानसभा सीट से विधायक हैं. सुश्री मुंशी ने कहा कि उनका जन्म और लालन-पालन इसी इलाके में हुआ है. इसलिए उन्हें लोगों की नब्ज पता है. उन्होंने कहा, ‘अनुभव (चुनावी लड़ाई के मामले में) अलग है, लेकिन यह मेरी जिम्मेदारी है कि पार्टी के कार्यों को आगे बढ़ाऊ और दिये गये कर्तव्य का निर्वहन करूं.’

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इस सीट पर तीसरे सबसे अहम प्रत्याशी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के शुभोजीत दासगुप्ता हैं, जो वाम समर्थक मतदाताओं के आधार पर जीत की उम्मीद कर रहे हैं. वाम दलों ने कांग्रेस और फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) से चुनाव पूर्व गठबंधन किया है. गठबंधन के तहत यह सीट माकपा के हिस्से में आयी और उसने अपना उम्मीदवार यहां से उतारा.

बंगाल की 294 विधानसभा सीटों के लिए 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच 8 चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं. चार चरणों (27 मार्च, 1 अप्रैल, 6 अप्रैल और 10 अप्रैल) के मतदान संपन्न हो चुके हैं. शेष 4 चरणों की वोटिंग 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होगी. सभी सीटों पर मतगणना 2 मई को एक साथ करायी जायेगी. वर्ष 2011 के विधानसभा चुनाव में बंगाल में कुल 87.85 फीसदी वोटिंग हुई थी, जबकि वर्ष 2016 में 83.02 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.

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Posted By : Mithilesh Jha

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