कई इलाकों में बारिश का कहर

बीते सोमवार व मंगलवार को दो दिनों तक लगातार बारिश होने से जहां एक ओर डुआर्स के चाय पट्टी में उत्साह भर गया है. वहीं आलू के खेतों में पानी जमा हो जाने के कारण किसान परेशान हो गये हैं. उत्तर बंगाल के विभिन्न इलाकों में आलू का फसल अब लगभग तैयार हो गया है.

By Shaurya Punj | March 1, 2020 2:54 AM

मयनागुड़ी : बीते सोमवार व मंगलवार को दो दिनों तक लगातार बारिश होने से जहां एक ओर डुआर्स के चाय पट्टी में उत्साह भर गया है. वहीं आलू के खेतों में पानी जमा हो जाने के कारण किसान परेशान हो गये हैं. उत्तर बंगाल के विभिन्न इलाकों में आलू का फसल अब लगभग तैयार हो गया है.

इस समय बारिश होने से चारों ओर खेतों में पानी जम गया है. इससे किसानो को आलू का फसल सड़ जाने का डर सताने लगा हैं. यह समस्या मयनागुड़ी व मालबाजार ब्लॉक के विभिन्न इलाके में है. मयनागुड़ी ब्लॉक के खागड़ाबाड़ी-1, कन्याबाड़ी, आमगुड़ी, पानबाड़ी, रामशाई इलाके के जलढाका नदी तट पर आलू की खेती की जाती है. वहीं मालबाजार ब्लॉक के क्रांति, चैंगमारी, राजाडांगा, चापाडांगा ग्राम पंचायत इलाके में भी आलू की खेती होती है.

इन इलाकों में पहले चरण का आलू निकल चुका है. दूसरे चरण में लगाये गये आलू लगभग तैयार हो चुका है. इसी बीच बारिश का पानी जमने से आलू सड़ने का डर किसानों को सताने लगा है. किसानों का कहना है कि पहले चरण में विभिन्न संक्रमण से आलू का फसल अच्छा नहीं हुआ था. लेकिन दूसरे चरण में फसल अच्छा हुआ. लेकिन बारिश ने मुनाफे की उम्मीद पर पानी फेर दिया.

एक स्थानीय किसान दीपक चौधरी ने बताया कि ब्लॉक के कई किसान ऋ ण लेकर आलू की खेती की थी. फसल खराब हो जाने से उन्हें महाजनों का डर सताने लगा है. जलपाईगुड़ी कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर विप्लव दास ने बताया कि हल्की बारिश से आलू को नुकसान नहीं होता है. हालांकि दो दिनों तक लगातार बारिश से आलू को नुकसान होने की आशंका है. उन्होंने कहा कि किसानों को नियमित तौर पर खेत पर नजर रखने व रोग प्रतिरोधक दवा डालने की सलाह दी जा रही है. मामले पर नजर रखा जा रहा है.

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