पाथरघाटा पंचायत: खस्ताहाल सड़कों को लेकर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, सड़क जाम कर जताया विरोध

सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी से सटे पाथरघाटा इलाके की खस्ताहाल सड़कों को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. शासन-प्रशासन के विरूद्ध गुस्साये ग्रामीणों ने पाथरघाटा ग्राम पंचायत दफ्तर के नजदीक एक नंबर मोड़ पर सड़क जाम कर दिया. सड़क के तीनों मोड़ पर बांस का बेरीकेट लगाकर प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने घंटों सड़क जाम किया और अपना विरोध […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 21, 2017 8:52 AM
सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी से सटे पाथरघाटा इलाके की खस्ताहाल सड़कों को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. शासन-प्रशासन के विरूद्ध गुस्साये ग्रामीणों ने पाथरघाटा ग्राम पंचायत दफ्तर के नजदीक एक नंबर मोड़ पर सड़क जाम कर दिया. सड़क के तीनों मोड़ पर बांस का बेरीकेट लगाकर प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने घंटों सड़क जाम किया और अपना विरोध जताया. प्रदर्शनकारियों ने नेता-मंत्रियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव के दौरान सड़क ठीक कराने के नाम पर हमसे वोट की भीख मांगते हैं.
चुनाव शेष होते ही राजनेता सब भूल जाते हैं. स्थानीय निवासी चंद्र विश्वकर्मा, रणजीत देव सिंह व अन्य ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र की खराब सड़क की समस्या आज कोई नयी नहीं है. चार-पांच वर्षों से इस इलाके के सभी पक्के सड़क काफी खराब हैं. दिन-रात भारी वाहनों के चलने से सड़कों पर बड़े-बड़े गड्डे हो गये हैं. इस वजह से साइकिल से स्कूल जानेवाले छात्रों खासकर छात्राओं व मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है.
बारिश के मौसम में इस क्षेत्र के सड़कों का हाल और भी बुरा हो जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि पाथरघाटा इलाका इन दिनों सिलीगुड़ी का सबसे प्रमुख एजुकेशन हब बन गया है. शहर के दर्जनों नामी शिक्षण संस्थान सबसे अधिक इसी क्षेत्र में हैं. इस वजह से सुबह-शाम बड़ी-बड़ी बसें यहीं से आवाजाह करती हैं. इतना ही नहीं इसी इलाके में ईंट भट्टे व कई बड़े प्लांट व गोदाम भी हैं. जिस वजह से दिन-रात ओवरलोडिंग ट्रक भी आते-जाते हैं. आये दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इन दुर्घनाओं में कई मरतबे कई लोगों की जान तक चली गयी है. लेकिन शासन-प्रशासन की आज तक नींद नहीं टूटी. इन समस्याओं को लेकर पाथरघाटा ग्राम पंचायत के पूर्व पंचायत सदस्य निर्मल विश्वकर्मा का कहना है कि सड़क की समस्याओं को लेकर उन्होंने खुद अपने स्तर से पंचायत प्रधान, बीडीओ, एसडीओ, सिलीगुड़ी महकमा परिषद के सभाधिपति, मंत्री तक को लिखित रूप से जानकारी दे चुके हैं.

लेकिन आज तक समस्या का कोई हल नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि जब-जब पंचायत प्रधान और सभाधिपति से इस बाबत बातचीत होती है तो ये लोग फंड का रोना रोते हैं. बीडीओ, एसडीओ केवल आश्वासन देकर अपना दायित्व पूरा कर लेते हैं. ग्रामीणों के विकास से किसी को कोई लेना-देना नहीं है. जबकि सरकार को पाथरघाटा क्षेत्र से काफी राजस्व प्रत्येक वर्ष मिलता है. हर कोई खजाना भरता है लेकिन उसकी सुविधा ग्रामीणों को नहीं मिल रही है. श्री विश्वकर्मा का कहना है कि राज्य सरकार की दोहरी राजनीति का खामियाजा ग्रामीण भोग रहे हैं. उन्होंने प्रदर्शनकारियों की ओर से शासन-प्रशासन और राजनेताओं को धमकी देते हुए कहा है कि अब ग्रामीणों को केवल वोट के लिए इस्तेमाल नहीं होने दिया जायेगा. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि जब-तक पाथरघाटा ग्राम पंचायत क्षेत्र के सभी खराब सड़कों के मरम्मत का काम शुरू नहीं होता है तब-तक हर रोज ग्रामीण पाथरघाटा ग्राम पंचायत दफ्तर के सामने सड़क जाम कर लगातार आंदोलन करेंगे.

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