ज्ञापन को लेकर प्राचार्य व छात्र नेता आमने-सामने, दोनों पक्ष अलग-अलग धरने पर बैठे

मालदा. तृणमूल छात्र परिषद द्वारा ज्ञापन दिये जाने को लेकर गुरुवार को सामसी कॉलेज का माहौल गरमाया रहा. छात्र संगठन के लोग जब प्रभारी प्राचार्य से मिलने पहुंचे, तो वह अपने कार्यालय कक्ष में मौजूद नहीं थे. इसके बाद छात्र दो घंटे तक प्राचार्य कक्ष में धरना दिये रहे. वहीं प्रभारी प्राचार्य मनोज भोज यह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 21, 2017 8:51 AM
मालदा. तृणमूल छात्र परिषद द्वारा ज्ञापन दिये जाने को लेकर गुरुवार को सामसी कॉलेज का माहौल गरमाया रहा. छात्र संगठन के लोग जब प्रभारी प्राचार्य से मिलने पहुंचे, तो वह अपने कार्यालय कक्ष में मौजूद नहीं थे. इसके बाद छात्र दो घंटे तक प्राचार्य कक्ष में धरना दिये रहे. वहीं प्रभारी प्राचार्य मनोज भोज यह कहते हुए कि वह बाहरी लोगों से ज्ञापन नहीं लेगे शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के साथ कॉलेज गेट पर धरने पर बैठ गये. तृणमूल छात्र परिषद का दावा था कि प्रतिनिधिमंडल में बाहरी कोई नहीं है, जबकि कॉलेज प्रबंधन का कहना था कि बाहरी लोगों के हटे बिना कोई बात नहीं सुनी जायेगी. दोपहर से लेकर शाम चार बजे तक दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर अड़े रहे.
आखिरकार कॉलेज प्रबंधन और छात्र संगठन के बीच आपसी बातचीत से रास्ता निकला और तृणमूल छात्र परिषद ने अपना नौ सूत्री मांगों वाला ज्ञापन सौंपा. छात्र संगठन की ओर से सुचारु पठन-पाठन, कानून-व्यवस्था की बहाली, कॉलेज की सड़क के सुधार, छात्र-छात्राओं को परिचय पत्र देने आदि की मांग की गयी है. प्रभारी प्राचार्य ने कहा कि डेपुटेशन देने आनेवाले चेहरे पहचाने हुए नहीं लग रहे थे. मैंने बाहरी लोगों का विरोध किया था. हालांकि बाद में ज्ञापन देने का कार्यक्रम ठीक से संपन्न हो गया.
वहीं तृणमूल छात्र परिषद के सामसी कॉलेज के महासचिव मोहम्मद नासिरुद्दी ने बताया कि कॉलेज की विभिन्न समस्याओं को लेकर हम लोग ज्ञापन देने गये थे. लेकिन प्राचार्य बिना कुछ कहे अचानक अपने कक्ष से बाहर निकल गये. ऐसा उन्होंने क्यों किया, कुछ समझ में नहीं आया. हालांकि बाद में उन्होंने ज्ञापन ले लिया. डेपुटेशन देनेवालों में कोई बाहरी नहीं था.

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