उर्दू को दूसरे राष्ट्रभाषा की मान्यता दिलाने हेतु ममता कर रहीं जद्दोजहद

सिलीगुड़ी: उर्दू को दूसरा राष्ट्रभाषा मान्यता दिलाने हेतु बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी जद्दोजहद कर रही है. अल्पसंख्यक समुदाय के विकास हेतु ममता काफी गंभीर है. यह कहना है उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव का. सिलीगुड़ी के 8 नंबर वार्ड के खालपाड़ा स्थित समसिया उर्दू प्राइमरी स्कूल व हाइ मदरसा (उ. मा.) में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2015 6:29 AM

सिलीगुड़ी: उर्दू को दूसरा राष्ट्रभाषा मान्यता दिलाने हेतु बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी जद्दोजहद कर रही है. अल्पसंख्यक समुदाय के विकास हेतु ममता काफी गंभीर है.

यह कहना है उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव का. सिलीगुड़ी के 8 नंबर वार्ड के खालपाड़ा स्थित समसिया उर्दू प्राइमरी स्कूल व हाइ मदरसा (उ. मा.) में संयुक्त रुप से आयोजित एक सरकारी समारोह के दौरान श्री देव ने अल्पसंख्यक समुदाय के विकास हेतु ममता सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यो का जहां पुल बांधा, वहीं इमामों को भत्ता दिये जाने पर राज्य सरकार के खिलाफ मामला किये जाने पर भाजपा को खरी-खोटी सुनायी.

इस दौरान उन्होंने अपने उत्तर बंगाल विकास मंत्रलय फंड से 150 बेंच मदरसा को सौंपा. समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 17 लाख रुपये के लागत से 50 बेंच प्राइमरी व 100 ब्रैंच हाइ मदरसा को सौंपा गया है. साथ ही उन्होंने भविष्य में भी मदरसा में सरकारी परियोजनाओं का विकास किये जाने का आश्वासन दिया. श्री देव ने कहा कि सरकारी परियोजनाओं का विकास करना कोई सहयोग नहीं है बल्कि यह विद्यार्थियों के शिक्षा विकास हेतु उनका अधिकार है. इस मौके पर हाइ मदरसा के प्रधानशिक्षक मो सलीम, प्राइमरी मदरसा के प्रधानशिक्षक मो बाबूद्दीन के अलावा स्कूल प्रबंधन कमेटी के प्रतिनिधि, अल्पसंख्यक समुदाय के समाजसेवी, बुद्धिजीवी, मदरसा के शिक्षक, छात्र-छात्रओं के अलावा बड़ी संख्या में अभिभावक मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version