कई होटल ने नहीं लगाये सीसीटीवी कैमरे

सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी शहर तथा इसके आसपास के इलाकों में पिछले कुछ वर्षो के दौरान आवासीय होटलों की बाढ़ आ गयी है. न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लेकर शिव मंदिर व बागडोगरा तक एक से एक होटल बन गये हैं. सिलीगुड़ी शहर की अपनी एक भौगोलिक पहचान है. इस शहर को पूवरेत्तर का प्रवेश द्वार कहा जाता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 18, 2014 5:52 AM

सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी शहर तथा इसके आसपास के इलाकों में पिछले कुछ वर्षो के दौरान आवासीय होटलों की बाढ़ आ गयी है. न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लेकर शिव मंदिर व बागडोगरा तक एक से एक होटल बन गये हैं.

सिलीगुड़ी शहर की अपनी एक भौगोलिक पहचान है. इस शहर को पूवरेत्तर का प्रवेश द्वार कहा जाता है. विभिन्न व्यवसाय से लेकर पर्यटन तक के लिए यह शहर मशहूर है.

हर वर्ष ही भारी संख्या में पर्यटक दाजिर्लिंग, गंगटोक और डुवार्स के क्षेत्र में आते हैं. ऐसे पर्यटक सिलीगुड़ी को एक गेटवे के रूप में इस्तेमाल करते हैं. पर्यटक देश-विदेश से सिलीगुड़ी आकर एक-दो दिन यहां बिता कर पर्यटन के लिए दाजिर्लिंग अथवा अन्य स्थानों की ओर प्रस्थान कर जाते हैं. इसके अलावा सिलीगुड़ी शहर में पिछले कुछ वर्षो के दौरान बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल, आवासीय परियोजनाएं तथा विभिन्न कंपनियों के कार्यालय भी काफी संख्या में बन गये हैं.

इन कंपनियों के कर्मचारी तथा अधिकारी नियमित रूप से सिलीगुड़ी का दौरा करते हैं. इन्हीं सब वजहों से सिलीगुड़ी शहर में आवासीय होटलों का चकाचक व्यवसाय चल रहा है. हर होटलों में ही अतिथियों की भीड़ लगी रहती है. लेकिन सिलीगुड़ी के अधिकांश होटलों में पुलिस नियमों की पूरी तरह से अनदेखी हो रही है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी के सभी होटलों को सीसी टीवी कैमरे लगाने के साथ ही सभी आने वाले अतिथियों का डाटा बेस तैयार कर संबद्ध थाने को जमा कराने के निर्देश दिये गये हैं. लेकिन स्टार कैटेगरी के बड़े होटलों तथा कुछ अन्य नामी होटलों को छोड़ दें तो अधिकांश होटलों में ही पुलिस के इस नियम की अनदेखी हो रही है. सिलीगुड़ी के छोटे होटलों ने सीसी टीवी कैमरे लगाने की जहमत नहीं उठायी है.

यहां यह उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी शहर की एक सामरिक महत्ता भी है. कई मौकों पर यहां के विभिन्न होटलों से कुख्यात उग्रवादियों की भी गिरफ्तारी हुई है. अतीत में कई बार बम विस्फोट की घटना भी घटी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस संबंध में कहा है कि लोअर असम के साथ ही डुवार्स इलाके में सक्रिय उल्फा और केएलओ उग्रवादी सिलीगुड़ी शहर को ट्रांजिट प्वाइंट के रूप में इस्तेमाल करते हैं.

इसके अलावा नेपाल के माओवादियों की भी आवाजाही होती है. इसी वजह से पुलिस ने सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के इलाकों के हर होटलों को आने वाले अतिथियों का प्रत्येक दिन डाटा बेस बनाकर थाने में जमा कराने का निर्देश दिया था. दूसरी तरफ सिलीगुड़ी के कुछ बड़े होटल हर दिन ही ऑन लाइन डाटा बेस बनाकर सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट में बने एक स्पेशल सेल को जमा करा देते हैं. लेकिन छोटे होटल वाले ढांचागत सुविधाओं के अभाव में ऐसा नहीं कर रहे हैं. ऐसे होटल वाले हर दिन ही मोटी रकम तो कमा रहे हैं, लेकिन सुरक्षा के लिए निर्धारित आवश्यक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर जगमोहन का कहना है कि हर होटलों को ही पुलिस द्वारा निर्धारित नियमों के पालन का निर्देश दिया गया है. अगर कोई इसकी अनदेखी करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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