दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र में धनतेरस का बढ़ता जा रहा क्रेज

दुकानदारों ने कहा : धनतेरस पर नहीं पड़ता है आनलाइन मार्केटिंग का असर कर्सियांग : इस वर्ष धनतेरस 25 अक्टूबर शुक्रवार के दिन पड़ा है. धनतेरस को लेकर कर्सियांग क्षेत्र के बर्तनों व आभूषणों की दुकानें सजने लगी है. लोग इस दिन तांबा, पीतल, कांसा आदि धातुओं से निर्मित सामग्रियां सहित सोना व चांदी से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 20, 2019 1:27 AM

दुकानदारों ने कहा : धनतेरस पर नहीं पड़ता है आनलाइन मार्केटिंग का असर

कर्सियांग : इस वर्ष धनतेरस 25 अक्टूबर शुक्रवार के दिन पड़ा है. धनतेरस को लेकर कर्सियांग क्षेत्र के बर्तनों व आभूषणों की दुकानें सजने लगी है. लोग इस दिन तांबा, पीतल, कांसा आदि धातुओं से निर्मित सामग्रियां सहित सोना व चांदी से निर्मित आभूषणों व सामग्रियां खरीददारी करना शुभ मानते हैं. इसलिए धनतेरस का महत्व अलग ही रहता है. दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र में भी विगत 10-15 वर्ष से धनतेरस का क्रेज लोगों में बढ़ने का क्रम जारी है. फलस्वरूप क्षेत्र के अधिकतर लोग इस दिन जमकर खरीददारी करते हैं.
इसी क्रम में अपने ग्राहकों को आकर्षित करने व गुणवत्ता से भरे आवश्यक सामानों को उपलब्ध कराने के लिए इससे संबंधित दुकानदार अपनी दुकानों को विविध प्रकार के सामग्रियों से सजाने का कार्य करने में व्यस्त नजर आने लगे हैं. जानकारी के अनुसार प्रति वर्ष धनतेरस आने से तकरीबन एक माह पूर्व से ही इससे संबंधित दुकानदार विविध प्रकार के आकर्षक सामग्री खरीददारी करने व स्टाक करने में व्यस्त हो जाते हैं. कई दुकानदारों से प्राप्त जानकारी अनुसार धनतेरस के तकरीबन सप्ताह पूर्व से इससे संबंधित सामग्रियां खरीददारी करनेवाले व्यापारियों की काफी भीड़ थोक विक्रेताओं के पास जमने लगती है.
कई बार तो सामग्रियां जुटाने में असुविधाएं होती है. इसलिए तकरीबन एक माह पूर्व से ही इसकी खरीददारी वे लोग अपनी सुविधा अनुसार करते हैं.दुकानदारों के अनुसार आज से तकरीबन दस-पन्द्रह वर्ष पहले दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र में धनतेरस का क्रेज लोगों में नहीं था. इस दिन कम ही मात्रा में लोग खरीददारी करते थे. परंतु अब ऐसी बात नहीं है. धनतेरस का क्रेज लोगों में प्रति वर्ष बढ़ने का क्रम जारी है. इसके महत्व के बारे में भी लोगों को समझ आने लगा है. इसलिए अब धनतेरस के दिन की खरीददारी को लोग शुभ मानते हुए इस दिन जमकर खरीददारी करते हैं.
वर्तमान में आनलाईन मार्केटिंग से हो रही व्यवसाय में असर के बारे में कुछ व्यवसायियों से पूछने पर उन्होंने कहा कि आनलाईन मार्केटिंग से तो निश्चित रूप से व्यापार में असर पड़ने का क्रम जारी है. परंतु धनतेरस के दिन आनलाईन मार्केटिंग का कोई असर नहीं पड़ता है. कारण धनतेरस के दिन ही तांबा, पीतल, कांसा आदि से निर्मित सामग्रियां सहित सोना व चांदी से निर्मित आभूषणों व अन्य सामग्रियों की खरीददारी को ही शुभ मानने का प्रचलन है. यह आनलाईन मार्केटिंग के जरिये एक दिन में संभव नहीं है.

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