सीमा की रक्षा के लिए एसएसबी प्रतिबद्ध

एसएसबी मुख्यालय रानीडांगा में आइजी ने किया झंडोत्तोलन संबोधन के दौरान आइजी ने एसएसबी की सालभर की उपलब्धियों की चर्चा की सिलीगुड़ी :एसएसबी फ्रंटियर मुख्यालय रानीडांगा और 41वीं बटालियन द्वारा संयुक्त रूप से तोरसा स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर एसएसबी के आईजी श्रीकुमर बंधोपाध्याय, सेक्टर मुख्यालय रानीडांगा के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 17, 2019 1:22 AM

एसएसबी मुख्यालय रानीडांगा में आइजी ने किया झंडोत्तोलन

संबोधन के दौरान आइजी ने एसएसबी की सालभर की उपलब्धियों की चर्चा की
सिलीगुड़ी :एसएसबी फ्रंटियर मुख्यालय रानीडांगा और 41वीं बटालियन द्वारा संयुक्त रूप से तोरसा स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर एसएसबी के आईजी श्रीकुमर बंधोपाध्याय, सेक्टर मुख्यालय रानीडांगा के डीआईजी अमित कुमार, सेक्टर मुख्यालय गंगटोक के डीआईजी बीके पाल समेत वरिष्ठ एसएसबी अधिकारी,जवान और उनके परिजन शामिल हुए.
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम से पहले आईजी श्रीकुमार बंधोपाध्याय ने झंडोत्तोलन किया. इस मौके पर उन्होंने आजादी की लड़ाई में शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया. उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेना पर गर्व है.
उन्होंने कहा कि एसएसबी सीमा की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. अपने संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमा पर स्थानीय लोगों के साथ मिलकर एसएसबी ने सुरक्षा की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं. उन्होंने कहा कि एसएसबी के विभिन्न सामुदायिक कल्याण और कौशल विकास योजनाओं के माध्यम से सीमा इलाके में रहनेवाले लोगों खासकर युवाओं को रोजगार देने की दिशा में कई पहल की गयी है. जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के अंदर एसएसबी ने सीमांत गांवों में 72 मेडिकल कैंप लगाये गये. जिसमें 11 हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज किया गया. इसके अलावा उन्होंने सीमा पर रहनेवाले लोगों के लिए सिविक एक्शन प्रोग्राम की भी चर्चा की. श्रीकुमार गंगोपाध्याय ने कहा कि भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमा पर राष्ट्रविरोधी गतिविरोधी पर अंकुश लगाने की दिशा में भी एसएसबी ने अनेक कदम उठाये हैं. उन्होंने कहा कि सीमांत इलाकों में मानव तस्करी के खिलाफ भी अभियान चलाया गया है.

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