तीस्ता नदी हादसा : नौसेना के अत्याधुनिक उपकरण भी फेल

तलाशी को उतरी नौसेना की टीम को भी नहीं मिली सफलता एनएचपीसी ने भी चार घंटे बंद रखा डैमका फाटक सिलीगुड़ी : तीस्ता नदी के तेवर के सामने भारतीय नौसेना के अत्याधुनिक उपकरण भी बेकार साबित हो रहे हैं. तीस्ता में लापता हुए दो पर्यटक व गाड़ी चालक की तलाश में अत्याधुनिक उपकरणों के साथ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 23, 2019 1:57 AM

तलाशी को उतरी नौसेना की टीम को भी नहीं मिली सफलता

एनएचपीसी ने भी चार घंटे बंद रखा डैमका फाटक
सिलीगुड़ी : तीस्ता नदी के तेवर के सामने भारतीय नौसेना के अत्याधुनिक उपकरण भी बेकार साबित हो रहे हैं. तीस्ता में लापता हुए दो पर्यटक व गाड़ी चालक की तलाश में अत्याधुनिक उपकरणों के साथ उतरी भारतीय नौसेना की टीम को सोमवार को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. अब मंगलवार को भी नौसेना की टीम लापता हुए लोग व गाड़ी की तलाश में अभियान चलायेगी. नौसेना के अत्याधुनिक उपकरणों के आने से लापता पर्यटकों के परिजनों में शव बरामदगी की उम्मीद जगी है.
तीस्ता में तलाशी के लिए नौसेना की टीम ने विशाखापट्टनम से अत्याधुनिक उपकरण मंगाया. रविवार को नौसेना की टीम अत्याधुनिक उपकरण के साथ हवाई मार्ग से बागडोगरा पहुंची. सोमवार की सुबह पूरी तैयारी के साथ नौसेना के दो गोताखोर के साथ कुल 13 जवानों की टीम तीन स्पीड बोट के साथ तीस्ता में उतरी. नौसेना की सहायता के लिए एनडीआरएफ के भी आठ जवान दो बोट के साथ नदी में उतरे. तलाशी के लिए एनएचपीसी के तीस्ता लो डैम प्रोजेक्ट प्रबंधन से आग्रह कर पानी को रोका गया. करीब चार घंटे डैम का फाटक बंद रखने से तीस्ता का जलस्तर काफी कम हुआ. नौसेना और एनडीआरएफ की टीम ने घटनास्थल से करीब तीस किलोमीटर दूर गाडलडोबा तक छान मारा. लेकिन लापता पर्यटक, चालक व गाड़ी का कुछ पता नहीं चला.
दार्जिलिंग जिला शासक दीपाप प्रिया पी ने बताया कि सोमवार की सुबह करीब 10 बजे से भारतीय नौसेना अत्याधुनिक उपकरणों के साथ तलाशी अभियान में उतरी. एनडीआरएफ के दो बोट भी उनकी सहायता के लिए मौजूद थे. एनएचपीसी ने भी आग्रह के मुताबिक करीब चार घंटे तक डैम का गेट बंद कर तिस्ता के जलस्तर को नियंत्रित किया.
हांलाकि इसके बाद भी सोमवार को नदी से कुछ बरामद नहीं हुआ . नदी के नीटे सिल्ट की मोटी परत जम जाने की वजह से गाड़ी को स्पॉट करना भी मुश्किल रहा. मंगलवार को भी तलाशी अभियान चलाया जायेगा. इधर, राजस्थान के लापता पर्यटक गौरव शर्मा व गोपाल नारवानी के परिजनों ने बताया कि घटना के 13वें दिन नौसेना ने अत्याधुनिक उपकरणों के साथ तलाशी शुरू की है. हम अभी भी उम्मीद बांधे हुए हैं.
ज्ञात हो कि गत 10 जुलाई को बागडोगरा एयरपोर्ट से सिक्किम के लिए एक इनोवा कार तीन पर्यटकों को लेकर रवाना हुयी थी. सेवक के समीप पहुंच कर गाड़ी दुर्घटना का शिकार होकर तीस्ता में समा गयी. पर्यटकों में शामिल अमन गर्ग का शव दो दिन बाद घटनास्थल से करीब तीस किलोमीटर दूर गाजलडोबा के नजदीक तीस्ता बैरेज से मिला था. जबकि अन्य दो पर्यटक गौरव शर्मा, गोपाल नारवानी व गाड़ी चालक राकेश राई लापता हैं. गाड़ी का भी कुछ पता नहीं चल सका है.
छह दिन तक लगातार तलाशी अभियान चलाने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने हथियार डाल दिया. उसके बाद राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव की पहल पर राज्य व केंद्र सरकार की सहायता से तलाशी के लिए नौसेना की टीम को भी भेजा गया. घटनास्थल का जायजा व नदी की प्रवृत्ति को समझने में ही दो दिन गुजर गये.

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