कूचबिहार सदर हिंदी प्राथमिक स्कूल में पेयजल की किल्लत

मिड-डे-मील भी पकाना हुआ मुश्किल होटल का खाना खिलाने से अभिभावक नाराज कूचबिहार : कूचबिहार सदर हिन्दी प्राथमिक स्कूल के बच्चे पेयजल की किल्लत से एक साल से जूझ रहे हैं. विद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग 141 है. नियमित तौर पर विद्यालय में मिड-डे-मील खिलाया जाता है. लेकिन बीते एक साल से स्कूल में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 20, 2019 1:21 AM

मिड-डे-मील भी पकाना हुआ मुश्किल

होटल का खाना खिलाने से अभिभावक नाराज
कूचबिहार : कूचबिहार सदर हिन्दी प्राथमिक स्कूल के बच्चे पेयजल की किल्लत से एक साल से जूझ रहे हैं. विद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग 141 है. नियमित तौर पर विद्यालय में मिड-डे-मील खिलाया जाता है. लेकिन बीते एक साल से स्कूल में पेयजल की किल्लत चल रही है. कभी-कभी तो पानी के अभाव में मिड-डे-मील का भोजन होटल से मंगवाना पड़ता है.
इससे अभिभावकों में असंतोष फैल रहा है. कूचबिहार के 8 नंबर वार्ड सदर नगरी हिंदी स्कूल (प्राथमिक) फिलहाल इसी स्थिति से गुजर रहा है. विद्यालय प्रबंधन ने मामले की जानकारी नगरपालिका, स्थानीय पार्षद सहित जिला प्राथमिक शिक्षा संसद के चेयरपर्सन को भी दी है.
इस स्कूल की स्थापना 1910 साल में राजा के कार्यकाल में हुई थी. बाद में इस स्कूल को राज्य सरकार ने स्वीकृत कर लिया. इस स्कूल में फिलहाल 141 विद्यार्थी व पांच शिक्षक है. इस स्कूल के शिक्षक व विद्यार्थियों के पेयजल के लिए नगरपालिका के नल के पर निर्भर रहना पड़ता है. इस पानी को जमा रखने के लिए स्कूल प्रबंधन ने ड्रम बैठाया. इसी पानी से रसोई पकाने से लेकर बच्चे बोतल में भरकर पीते है. लेकिन नगरपालिका का पेयजल आपूर्ति अनियमित होने के कारण बीच-बीच में समस्याएं होती है. पिछले दिन का बचा हुआ पानी भोजन पकाने के लिए नाकाफी होता है.
इस बारे में सदर नगरी हिंदी प्राथमिक स्कूल की प्रधान शिक्षिका मीरा पांडे ने कहा कि पेयजल के अभाव में भोजना पकाना मुश्किल हो जाता है. कभी-कभी पानी का जार खरीदकर भोजन पकाया जाता है. उन्होंने बताया कि कभी होटल से भोजन मंगाकर बच्चों को खिलाया जाता है. जिला प्राथमिक विद्यालय संसद के चेयरपर्सन डॉ. कल्याणी पोद्दार ने कहा कि नगरपालिका के चेयरमैन के साथ समस्या को लेकर चर्चा हुई है. जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जायेगा.

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