भाजपा पर माकपा के नेताओं को धमकाने का लगा आरोप

तुफानगंज : तृणमूल के आतंक के कारण लंबे समय से बंद पड़ा पार्टी कार्यालय दोबारा दखल करने पहुंचे सीपीएम नेताओं का भाजपा व आरएसएस ने विरोध किया. स्थानीय भाजपा नेताओं की बिना अनुमति के पार्टी कार्यालय क्यों खोला गया, यह सवाल पूछते हुए भाजपाई मारपीट पर उतारू हो गये. लेकिन आसपास के लोगों के पहुंचने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 3, 2019 1:39 AM

तुफानगंज : तृणमूल के आतंक के कारण लंबे समय से बंद पड़ा पार्टी कार्यालय दोबारा दखल करने पहुंचे सीपीएम नेताओं का भाजपा व आरएसएस ने विरोध किया. स्थानीय भाजपा नेताओं की बिना अनुमति के पार्टी कार्यालय क्यों खोला गया, यह सवाल पूछते हुए भाजपाई मारपीट पर उतारू हो गये. लेकिन आसपास के लोगों के पहुंचने पर भाजपा के इन लोगों को पीछे हटना पड़ा. सीपीएम का झंडा फाड़ देने का भी आरोप भाजपा व आरएसएस पर लगा है.

तूफानगंज शहर के 2 नंबर वार्ड के न्यू टाइन इलाके में आम लोगों के सहयोग से पार्टी की खरीदी हुई जमीन पर सीपीएम कार्यालय बनाया गया था. 2011 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के पतन के बाद न्यू टाउन इलाके में तृणमूल के गुंडों का राज हो गया. एक के बाद एक सीपीएम नेताओं पर हमला करके पार्टी कार्यलय को बंद करवा दिया गया.
रविवार को सीपीएम नेता अजय बागची सहित अन्य ने पार्टी कार्यालय खोलकर साफ-सफाई की और लाल झंडे से सजाया. उसी समय भाजपा व आरएसएस के स्थानीय लगभग 50 लोगों ने पार्टी ऑफिस को घेर लिया और जय श्रीराम का नारा लगाने लगे.
आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ता उन्हें कार्यालय बंद करने के लिए धमकाने लगे. पार्टी ऑफिस में झंडा फहराने के बाद सीपीएम नेता लौट गये. इसके बाद भाजपाइयों ने सीपीएम का झंडा फाड़ डाला. सीपीएम नेता तमसेर अली ने कहा कि भाजपा व तृणमूल एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. सत्ता हाथ से निकलती देख तृणमूल के गुंडे भाजपा में शामिल होकर इलाके में आतंक कायम कर रहे हैं.

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