ट्वॉय ट्रेन से आमदनी में हुआ इजाफा

वित्तीय वर्ष 2017-18 में डीएचआर की आय थी सात करोड़ 2018-19 में आमदनी बढ़कर हुई 12 करोड़ 20 से फिर शुरू हो सकती है तिनधरिया तक इवनिंग राइड सिलीगुड़ी : विश्व धरोहर दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) लगातार विकास के पथ पर बढ़ रहा है. वहीं वार्षिक आय में भी लगातार वृद्धि हो रही है. बीते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 14, 2019 1:01 AM

वित्तीय वर्ष 2017-18 में डीएचआर की आय थी सात करोड़

2018-19 में आमदनी बढ़कर हुई 12 करोड़
20 से फिर शुरू हो सकती है तिनधरिया तक इवनिंग राइड
सिलीगुड़ी : विश्व धरोहर दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) लगातार विकास के पथ पर बढ़ रहा है. वहीं वार्षिक आय में भी लगातार वृद्धि हो रही है. बीते वित्तीय वर्ष में डीएचआर ने आय की दृष्टि से आशातीत सफलता हासिल की है. बढ़ती आय व पर्यटकों में अत्यधिक आकर्षण को देखकर डीएचआर ने इंजन व कोचों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है. वहीं अगले 20 मई से सिलीगुड़ी से तिनधारिया के बीच इवनिंग राइड को फिर से शुरू करने की संभावना जतायी गयी है.
न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग के बीच चलनेवाली दार्जिलिंग डीएचआर की ट्वॉय ट्रेन विश्व धरोहर है. इसे जीवित रखने के लिए यूनेस्को व भारतीय रेलवे पूरा प्रयास कर रहे हैं. हालांकि बारिश के समय में भूस्खलन व अन्य प्राकृतिक आपदाओं की वजह से ट्वॉय ट्रेन का संचालन बाधित होता रहता है. वहीं पर्यटकों को आकर्षित करने व आय बढ़ाने के लिए काफी बदलाव किये हैं. अभी हाल में ही ट्वॉय ट्रेन में वातानुकूलित कोच भी जोड़ा गया है.एक दिन में एक ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग और दूसरी दार्जिलिंग से न्यू जलपाईगुड़ी आती है.
ट्वॉय ट्रेन के लुभावने सफर का लुत्फ अधिक से अधिक पर्यटकों तक पहुंचाने के लिए डीएचआर ने सिलीगुड़ी जंक्शन से तिनधारिया तक एक इवनिंग राइड भी शुरू की है. इसके अलावा कर्सियांग से दार्जिलिंग के बीच रेड पांडा राइड, जॉय राइड आदि शुरू की गयी है. 17वां लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले किसी अनजान कारणों से सिलीगुड़ी से तिनधारिया के बीच इवनिंग राइड को बंद कर दिया गया. 20 मई से इवनिंग राइड फिर से शुरू कराने का आश्वासन डीएचआर ने दिया है.
इधर, डीएचआर से प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्षिक आय में भी वृद्धि हुई है. प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2017-18 में डीएचआर की कुल आय 7 करोड़ रुपये थी, जबकि वित्तीय वर्ष 2018-19 की कुल आय 12 करोड़ रुपये है. वार्षिक आय में आये इस भारी उछाल से डीएचआर प्रबंधन काफी खुश है. पर्यटकों को आकर्षित और आनंददायक सफर का लुफ्त देने के लिए डीएचआर ने कई निर्णय लिया है. फिलहाल डीएचआर के पास चार वाष्प चालित व 6 डीजल इंजन हैं. दो वाष्प चालित व एक डीजल इंजन और लाये जाने की योजना है.
विदेशी पर्यटकों को वाष्प चालित इंजिन के साथ पहाड़ी सफर करना बेहद पसंद है. इसके अतिरिक्त यात्रा के दौरान ट्रेन में बैठकर जंगल, पहाड़ व झरनों का पूरा आनंद लेने के लिए फाइबर के कोच (डोम कोच) पर भी विचार किया जा रहा है. इस कोच की खिड़कियां बड़ी होगी. ऊपर का नजारा देखने के लिए छत में भी कांच लगाने की योजना है.
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे कटिहार डिवीजन के डीआरएम सुमित सरकार ने वार्षिक आय में वृद्धि पर खुशी जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि यह यूनेस्को व भारतीय रेलवे की मेहनत का नतीजा है. पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई अहम निर्णय भी लिये गये हैं. आय को लगातार बढ़ाने के लिए हम प्रयासरत हैं.

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