हाथियों के हमले रोकने के लिए बनाया जा रहा नाला

नागराकाटा : जंगली हाथियों के आक्रमण से बचने के लिए जलपाईगुड़ी वन विभाग के चालसा रेंज ने शिप्चू वनबस्ती इलाके के चारो ओर नाला निर्माण किया जा रहा है. वर्तमान में बस्ती में प्रवेश करनेवाले हाथियों के मुख्य मार्ग पर 38 मीटर लंबा नाला बना दिया गया है. गांव प्रवेश करने के मुख्य मार्ग पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 13, 2019 5:49 AM

नागराकाटा : जंगली हाथियों के आक्रमण से बचने के लिए जलपाईगुड़ी वन विभाग के चालसा रेंज ने शिप्चू वनबस्ती इलाके के चारो ओर नाला निर्माण किया जा रहा है. वर्तमान में बस्ती में प्रवेश करनेवाले हाथियों के मुख्य मार्ग पर 38 मीटर लंबा नाला बना दिया गया है.

गांव प्रवेश करने के मुख्य मार्ग पर नाला बना देने से अब उस मार्ग से आनेवाले हाथी गांव में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं. इसका मुख्य कारण है कि हाथी जिस रास्ते से होकर गांव में प्रवेश कर उत्पात मचाते थे. उस रास्ते में नाला बना देने से नाला पार कर गांव में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं.
हाथियों का एक नियम है, हाथी अचानक कभी भी रास्ता परिर्वतन नहीं करता है. इसलिए हाथी अन्य मार्ग से गांव में प्रवेश नहीं कर फिर जंगल लौट रहे हैं. स्वभाविक रुप से नाला निर्माण करने से सिप्चु वनबस्ती इलाके में हाथियों का आतंक कम हो गया है.
नागराकाटा ब्लॉक की इस सिप्चु ग्राम में पांच सौ परिवार निवास करते हैं. यहां के स्थानीय निवासियों का मुख्य जीविका कृषि है. सभी खेतीबारी कर अपना परिवार का लालन-पालन करते हैं.
कृषि पर निर्भरशील इस गांव में पहले धान, मक्का, गेंहू, साग-सब्जी एवं अन्य फसलों को हाथी गांव में आक्रमण कर नष्ट कर देते थे. इसके बाद वन विभाग ने एक खोज कर देखा कि हाथी जिस मार्ग होकर गांव में प्रवशे करते हैं, यदि उस पर नाला बना दिया जाए तो हाथी गांव में प्रवेश नहीं कर पाएगें.
इस विषय की पुष्टि करने के बाद वन विभाग ने पांच लाख रुपया आवंटित कर हाथी कॉरीडोर में नाला बनाने का काम किया जा रहा है. इससे अच्छा परिणाम भी निकल कर आ रहा है. नाला बनाने के बाद पिछले छह महीनों से गांव में हाथियों का आक्रमण कम हो गया है. इस कार्य से स्थानीय लोग काफी खुश हैं.

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