तृणमूल व कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प में आठ जख्मी

कांग्रेसी प्रत्याशी ईशा खान ने तृणमूल पर लगाया हमले का आरोप रोका चुनाव प्रचार अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन मालदा : लोकसभा की मालदा सीट के लिये मतदान आगामी 23 अप्रैल को होने जा रहा है. उसके पहले राजनीतिक झड़पों की खबर मिलनी शुरु हो गयी है. इसी तरह की दो अलग अलग घटनाओं में तृणमूल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 16, 2019 2:21 AM

कांग्रेसी प्रत्याशी ईशा खान ने तृणमूल पर लगाया हमले का आरोप

रोका चुनाव प्रचार अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन
मालदा : लोकसभा की मालदा सीट के लिये मतदान आगामी 23 अप्रैल को होने जा रहा है. उसके पहले राजनीतिक झड़पों की खबर मिलनी शुरु हो गयी है. इसी तरह की दो अलग अलग घटनाओं में तृणमूल और कांग्रेस के चार-चार समर्थक जख्मी हुए हैं. इन घटनाओं को लेकर सोमवार को उत्तर मालदा से कांग्रेसी प्रत्याशी ईशा खान चौधरी ने अपना चुनाव प्रचार प्रतिवाद में तात्कालिक तौर पर बंद रखा है.
इसके अलावा उन्होंने चांचल महकमा के एसडीओ सब्यसाची राय और एसडीपीओ सजल कांति विश्वास को ज्ञापन सौंपे हैं. घटनाओं के प्रतिवाद में उन्होंने चुनाव प्रचार बंद रखा. वहीं, उत्तर मालदा सीट से तृणमूल की प्रत्याशी मौसम नूर ने ईशा खान चौधरी के आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि उक्त घटनायें कांग्रेस के आंतरिक मतभेद का नतीजा है. चुनाव में निश्चित पराजय जानकर कांग्रेसी नेता बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.
वहीं, कांग्रेसी प्रत्याशी ईशा चौधरी ने बताया कि रविवार की शाम को चांचल एक नंबर ब्लॉक अंतर्गत नूरगंज इलाके के चौमाथा मोड़ में कांग्रेस की चुनावी सभा थी. उसी समय तृणमूल संचालित कलिग्राम ग्राम पंचायत के प्रधान रेजाउल खान दलबल समेत पहुंच गये और उन्होंने सभास्थल पर हमलाकर कुर्सियों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
हमले में चार कांग्रेसीकर्मी गंभीर रुप से जख्मी हुए हैं. इनमें से दो को चांचल सुपर स्पेशलियटी अस्पताल में और अन्य दो को मालदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है. पूरे घटनाक्रम को लेकर चांचल थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है. वहीं, रविवार की रात डेढ़ बजे के करीब बामनगोला ब्लॉक के हरिशंकरपुर गांव में एक कांग्रेसी कार्यकर्ता खुइबुर रहमान के घर पर तृणमूल समर्थकों ने हमला बोला. उन्होंने घर में तोड़फोड़ करने के अलावा वहां आग लगा दी. घटना को लेकर बामनगोला थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है.
ईशा खान चौधरी ने बताया कि तृणमूल नेताओं के संत्रास के प्रतिवाद में उन्होंने चुनाव प्रचार को फिलहाल बंद रखा है. पुलिस और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की गयी है.

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