फ्यूल टैंक और ट्रैक के घर्षण से लगी थी ट्रेन में आग

सिलीगुड़ी : भारतीय रेलवे के इतिहास में शायद पहली बार इंजन के फ्यूल टैंक और ट्रैक के बीच घर्षण से ट्रेन में आग लगने का हादसा हुआ. विभागीय जांच में यह तथ्य सामने आया है. बता दें कि बीते शुक्रवार को 15904 अप चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन में न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से 25 किलोमीटर पहले चटेरहाट […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 25, 2019 3:08 AM

सिलीगुड़ी : भारतीय रेलवे के इतिहास में शायद पहली बार इंजन के फ्यूल टैंक और ट्रैक के बीच घर्षण से ट्रेन में आग लगने का हादसा हुआ. विभागीय जांच में यह तथ्य सामने आया है. बता दें कि बीते शुक्रवार को 15904 अप चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन में न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से 25 किलोमीटर पहले चटेरहाट स्टेशन इलाके में आग लग गयी थी. ट्रेन से कूदने से दो यात्रियों की मौत भी हो गयी थी, जिनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाया है.

घोषणा के मुताबिक, रविवार को एनएफ रेलवे के सुरक्षा कमिश्नर तथा भारत सरकार के सिविल एविएशन मंत्रालय के अधिकारी आरके शर्मा के नेतृत्व में गठित पांच सदस्यों की टीम सिलीगुड़ी पहुंची. न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पास स्थित एडीआरएम कार्यालय में बैठक आयोजित की गयी है.
शनिवार को ही रेलवे की ओर से विज्ञापन जारी कर दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शियों व घटना के संबंध में जानकारी रखने वाले आम लोगों को भी जांच में सहायता करने की अपील की गयी. आरके शर्मा ने बताया कि घटना की जांच अभी शुरू की गयी है. इसलिए अभी कुछ भी कह पाना संभव नहीं है. पूछताछ की प्रक्रिया मंगलवार तक चलेगी.
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बर्निंग ट्रेन का यह हादसा इंजन के फ्यूल टैंक व ट्रैक के बीच घर्षण की वजह से हुआ. घर्षण से टैंक में छिद्र हुआ और चिनगारी ने भयावह आग का रूप धारण कर लिया.
चटेरहाट स्टेशन से आगे बढ़ने पर पहले इंजन का फ्यूल टैंक खुल कर ट्रैक से टकराया और घर्षण होते हुए लगातार आगे बढ़ रहा था. उसी घर्षण की वजह से टैंक में लीकेज हुआ और इंजन में आग लग गयी. इस घटना की जांच में रेलवे के 11 विभाग के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है.
कटिहार से न्यू जलपाईगुड़ी तक के सभी छोटे-बड़े रेलवे स्टेशन के मैनेजर, प्वाइंट मैन, गार्ड, टिकट चेकर व अन्य अधिकारी व कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. घटना की जांच के लिए इंजन का फिटनेस सर्टिफिकेट, इंजन की अंतिम मरम्मत करनेवाले लोको शेड प्रमुख व कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है.

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