बागडोगरा : पेयजल परियोजना ठप, पानी के लिए हाहाकार, अधिकारियों से शिकायत के बाद भी लाभ नहीं

बागडोगरा : बागडोगरा के चौपुकुरिया इलाके में पेयजल की आपूर्ति बंद है. जिसकी वजह से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. स्थानीय लोग खरीद कर पानी पीने को मजबूर हैं. जिसके कारण इनमें काफी रोष भी है. फांसीदेवा ब्लॉक के ईटमूड़ी सिंघीजोड़ा ग्राम पंचायत इलाके में पहले पेयजल की आपूर्ति नहीं होती थी. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 24, 2019 1:37 AM

बागडोगरा : बागडोगरा के चौपुकुरिया इलाके में पेयजल की आपूर्ति बंद है. जिसकी वजह से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. स्थानीय लोग खरीद कर पानी पीने को मजबूर हैं. जिसके कारण इनमें काफी रोष भी है. फांसीदेवा ब्लॉक के ईटमूड़ी सिंघीजोड़ा ग्राम पंचायत इलाके में पहले पेयजल की आपूर्ति नहीं होती थी.

पानी नहीं मिलने के कारण लोग हमेशा परेशान रहते थे. इस समस्या को दूर करने के लिए 4 वर्ष पहले उत्तर बंग विकास विभाग की ओर से एक पेयजल परियोजना की स्थापना की गई थी. पानी की आपूर्ति के लिए पूरे इलाके में पाइप लाइन भी बिछा दी गई. उसके बाद भी पेयजल संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है .

स्थानीय लोगों का आरोप है कि बगैर किसी योजना के ही पाइप लाइन बिछाने का काम हुआ है. जिसकी वजह से पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है. बुधवार को कई इलाकों में नलके पर लोगों की भीड़ देखी गई. थोड़ी बहुत पानी की आपूर्ति हुई थी. लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ. स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस बात की शिकायत विभागीय अधिकारियों से कई बार की गई है. उसके बाद भी समस्या समाधान की दिशा में कोई पहल नहीं की गई.

समस्या के समाधान की मांग ने पकड़ा जोर
स्थानीय निवासी विमला सरकार का कहना है कि दुर्गा पूजा से पहले पेयजल की समस्या दूर करने का आश्वासन अधिकारियों ने दिया था. दुर्गा पूजा खत्म हुए कई महीने बीत गए हैं. उसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है. कभी पानी की आपूर्ति होती है तो कभी नहीं. कभी-कभी तो नलके से गंदा पानी निकलता है. अब तो पिछले 15 दिनों से पेयजल की आपूर्ति पूरी तरह से बंद है.
उन्होंने तथा अन्य लोगों ने तत्काल इस समस्या के समाधान की मांग की है. स्थानीय लोगों का कहना है कि करीब 15000 से अधिक लोग पानी के लिए परियोजना पर निर्भर हैं. पानी की आपूर्ति नहीं होने के कारण लोगों को पेयजल के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. इतना ही नहीं खरीद कर पानी पीना पड़ रहा है.
दूसरी ओर इस परियोजना के ठेकेदार सुकांत पाल का कहना है कि 3 करोड़ 21 लाख रुपए खर्च कर इस परियोजना का निर्माण किया गया है. जमीन की गड़बड़ी की वजह से पाइप लाइन बिछाने का काम ठीक तरह से नहीं हुआ है. वरिष्ठ अधिकारियों को इस समस्या की जानकारी दे दी गई है. उन्होंने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि शीघ्र समस्या का समाधान हो जाएगा.

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