परेशान मरीजों ने किया जमकर हंगामा

कूचबिहार : कूचबिहार सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिल रहा है. इससे प्रतिदिन सैंकड़ो मरीज व उनके परिजन निराश लौट रहे है. इनलोगों को अस्पताल के बाहर सुबह 4 बजे से ही मरीज को कतारों में खड़े रहने के बाद मायूस होकर लौटना पड़ रहा है. ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 22, 2019 1:42 AM
कूचबिहार : कूचबिहार सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिल रहा है. इससे प्रतिदिन सैंकड़ो मरीज व उनके परिजन निराश लौट रहे है. इनलोगों को अस्पताल के बाहर सुबह 4 बजे से ही मरीज को कतारों में खड़े रहने के बाद मायूस होकर लौटना पड़ रहा है.
ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी की ओर से घोषणा कर दिया जाता है कि 25 मरीजों से ज्यादा लोगों को रेबीज की दवा नहीं दी जायेगी.
इससे परेशान होकर सैंकड़ो मरीज व उनके परिजनों ने सोमवार को अस्पताल परिसर में विरोध-प्रदर्शन किया. सोमवार को अस्पताल के वाह्य विभाग एवं संबंधित मेडिकल कॉलेज के उपाचार्य तथा सुपरिटेंडेंट राजीव प्रसाद के कक्ष के सामने लोगों ने प्रदर्शन किया.
मरीजों का कहना है कि कुत्ते व बिल्लियों के काटने के बाद चिकित्सक उन्हें रेबीज का इंजेक्शन लेने को कहते हैं. लेकिन अस्पताल में दवा नहीं मिल रही. यह समस्या काफी दिनों से चल रही है. बाहर खुले बाजार में इस दवा की कीमत कई हजार रुपए है. जो आम निर्धन लोगों के लिए खरीदना मुश्किल है.
मरीजों को दवा के नाम पर रोज अस्पताल के चक्कर काटने पड़ते है. इसे लेकर नर्स व संबंधित स्वास्थ्य करमियों के खिलाफ जानबुझकर परेशान करने का आरोप लगा है.
सोमवार को अस्पताल के आउटडोर में खड़े कैलाश सरकार ने कहा कि 200 लोगों से भी ज्यादा व्यक्ति दवा लेने के लिए सुबह से कतार में खड़े है. नये मरीज ही नहीं जो लोग इंजेक्शन लेने शुरू किया है उन्हें भी घुमाया जा रहा है. जो काफी खतरनाक है.
मामले को लेकर मेडिकल कॉलेज के उपाध्यक्ष राजीव प्रसाद से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि कूचबिहार एमजेएन अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाया गया है. इससे जिले के विभिन्न ब्लॉक स्वास्थ्य केंद्रों के मरीजों को यहां रेफर कर दिया जा रहा है. इससे प्रतिदिन मरीजों का दबाव बढ़ रहा है.
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से मांग के अनुसार रेबीज की दवा आपूर्ति नहीं की जा रही है. इससे समस्या हो रही है. उन्होंने जल्द ही समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है.

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