सिलीगुड़ी : नाइट लैंडिंग 29 मार्च से होगी

सिलीगुड़ी : पूर्वोत्तर भारत के प्रमुख एयरपोर्ट में शुमार बागडोगरा एयरपोर्ट में शीघ्र ही नाइट लैंडिंग की शुरूआत हो जायेगी. इसके लिए इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम (आइएलएस) स्थापित करने का काम करीब-करीब पूरा हो गया है. 29 मार्च को विमानों की नाइट लैंडिंग शुरू हो जायेगी. यह जानकारी बागडोगरा एयरपोर्ट के डायरेक्टर राकेश आर सहाय ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2018 2:13 AM

सिलीगुड़ी : पूर्वोत्तर भारत के प्रमुख एयरपोर्ट में शुमार बागडोगरा एयरपोर्ट में शीघ्र ही नाइट लैंडिंग की शुरूआत हो जायेगी. इसके लिए इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम (आइएलएस) स्थापित करने का काम करीब-करीब पूरा हो गया है. 29 मार्च को विमानों की नाइट लैंडिंग शुरू हो जायेगी. यह जानकारी बागडोगरा एयरपोर्ट के डायरेक्टर राकेश आर सहाय ने दी है. उल्लेखनीय है कि बागडोगरा एयरपोर्ट से हर दिन करीब दो दर्जन से भी अधिक विमानें उड़ान भरती हैं. इस एयरपोर्ट का सीधा संपर्क देश के कई महानगरों से है. दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई तथा मुंबई के लिए इस एयरपोर्ट से सीधी फ्लाइट है. इसके अलावा बेंगलुरू आदि शहरों के लिए भी कनेक्टिंग फ्लाइट मिल जाती है.

इस एयरपोर्ट से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में यात्रियों की संख्या का आंकड़ा बढ़कर 16 लाख के पार कर चुका है. वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक यह आंकड़ा बढ़कर 20 लाख तक पहुंचने की संभावना है. एयरपोर्ट डायरेक्टर राकेश आर सहाय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में कुल 22 फ्लाइटों का संचालन इस एयरपोर्ट से हो रहा है. आइएलएस सुविधा शुरू होने के बाद फ्लाइटों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हो जायेगी.
वर्तमान में बागडोगरा एयरपोर्ट का उपयोग विमानों की आवाजाही के लिए सिर्फ छह घंटे के लिए ही होता है. आइएलएस चालू होने के बाद 16 घंटे तक इस एयरपोर्ट को संचालित किया जा सकता है. श्री सहाय ने आगे बताया कि इस सिस्टम के संचालन के लिए जरूरी तमाम ढांचागत सुविधाएं बागडोगरा एयरपोर्ट पर उपलब्ध करा दी गई है. जिसमें एयरपट्टी का विस्तार भी शामिल है. उन्होंने आगे कहा कि आइएलएस बागडोगरा एयरपोर्ट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. वर्तमान में रात के समय विमान उतरने की व्यवस्था इस एयरपोर्ट पर नहीं है, जिसके कारण रात्रिकालीन विमान सेवा इस एयरपोर्ट से संचालित नहीं किया जाता है.
एक बार नाइट लैंडिंग शुरू हो जाने के बाद यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी. सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के लोग विभिन्न कार्यों के लिए सुबह कोलकाता जा सकते हैं और दिन भर काम कर रात को बागडोगरा लौट सकते हैं. इससे जहां आम विमान यात्रियों को काफी सुविधा होगी, वहीं एयरपोर्ट के राजस्व में भी काफी बढ़ोत्तरी होगी. उन्होंने आगे बताया कि कई एयरलाइन कंपनियां रात को विमान सेवा शुरू करने में अपनी रूचि दिखा रही है. आइएलएस शुरू होने के बाद ऐसी एयरलाइप कंपनियों को रात में विमान सेवा शुरू करने की इजाजत दी जायेगी. उन्होंने आगे बताया कि आइएलएस शुरू होने के बाद करीब पांच से छह विमान कोलकाता के लिए उड़ान भर सकते हैं और रात को लैंड कर सकते हैं.
इस बीच, राज्य सरकार ने भी अपनी ओर से बागडोगरा एयरपोर्ट को हर सहयोग देने का आश्वासन दिया है. प्रभात खबर द्वारा आयोजित हास्य कवि सम्मेलन के दौरान ही अपने उद्घाटन भाषण में राज्य के उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवीन्द्रनाथ घोष ने हर सहयोग का आश्वासन दिया. इस कार्यक्रम में बागडोगरा एयरपोर्ट के डायरेक्टर राकेश सहाय भी उपस्थित थे. उनकी ओर इशारा करते हुए श्री घोष ने कहा कि बागडोगरा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए जिस भी सहयोग की आवश्यकता होगी,
राज्य सरकार उपलब्ध करायेगी. उन्होंने कहा कि जमीन की समस्या दूर कर ली गई है. पहले ही काफी जमीन अधिग्रहण कर एयरपोर्ट को सौंप दिया गया है. और भी कुछ जमीन की आवश्यकता है. राज्य सरकार बाकी जमीन भी एयरपोर्ट को उपलब्ध करायेगी.

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