टीएमसी के पंचायत प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप

बालुरघाट. तृणमूल संचालित ग्राम पंचायत के विरुद्ध 100 दिन के काम में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए खुद टीएमसी कार्यकर्ता ही जिला शासक के पास पहुंचे. जिला प्रशासन की ओर से घटना की जांच के आदेश दिये गए हैं. यह घटना कुमारगंज ब्लॉक के भोंवर ग्राम पंचायत में घटी है. जानकारी मिली है कि 2013 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2017 9:55 AM

बालुरघाट. तृणमूल संचालित ग्राम पंचायत के विरुद्ध 100 दिन के काम में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए खुद टीएमसी कार्यकर्ता ही जिला शासक के पास पहुंचे. जिला प्रशासन की ओर से घटना की जांच के आदेश दिये गए हैं. यह घटना कुमारगंज ब्लॉक के भोंवर ग्राम पंचायत में घटी है. जानकारी मिली है कि 2013 साल में इस पंचायत पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा हुआ.

तब से कल्पना चौधरी पंचायत प्रधान हैं. लेकिन उनके विरुद्ध लगातार विभिन्न प्रकार के घोटालों का आरोप उठता रहा है. लगभग एक साल पहले 100 दिन के काम के तहत नारायणपुर फॉरेस्ट में मिट्टी काटा गया था एवं दो महीने पहले एक पोखर की खुदाई हुई. आरोप है कि इन दोनों कामों में मृत व्यक्ति एवं एक ही व्यक्ति को दो-दो बार मास्टर रोल पर दिखाकर पैसे निकाले गये है. गांव के पांच लोगों ने मिलकर इसकी सच्चाई का पता लगाने के लिए आरटीआइ दायर किया.

इससे पता चला कि सात साल पहले मरी सरसी कर्मकार एवं एक और महिला को दो बार मास्टर रोल पर दिखाकर पैसे लिए गये हैं. जबकि कई जरुरतमंद लोगों को काम के बाद पैसा नहीं मिल रहा है. तमाम तथ्य को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने हस्ताक्षर कर जिला शासक के पास शिकायत दर्ज करवायी. जिला प्रशासन ने मामले की छानबीन का आश्वासन दिया है.
इस संबंध में पंचयत प्रधान कल्पणा चौधरी के साथ फोन पर संपर्क किया गया. उन्होंने तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि उन्हें गलत आरोपों में फंसाने की कोशिश की जा रही है. जिला शासक शरद कुमार द्विवेदी ने बताया कि आरोप पर जांच पड़ताल की जायेगी.

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