निगम चुनाव में जीत सुनिश्चित करने को तृणमूल दे रही एकजुटता पर बल

दुर्गापुर. दुर्गापुर नगर निगम चुनाव में तृणमूल की राह आसान नहीं दिख रही है. बोर्ड पर दुबारा कब्जा करना सत्ताधारी पार्टी के िलये चुनौती है. उम्मीदवार की घोषणा के पहले ही तृणमूल कांग्रेस का आपसी कलह उभर कर सामने आने लगा है. यह आने वाले नगर निगम चुनाव में तृणमूल के िलये सरदर्द साबित हो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2017 8:08 AM
दुर्गापुर. दुर्गापुर नगर निगम चुनाव में तृणमूल की राह आसान नहीं दिख रही है. बोर्ड पर दुबारा कब्जा करना सत्ताधारी पार्टी के िलये चुनौती है. उम्मीदवार की घोषणा के पहले ही तृणमूल कांग्रेस का आपसी कलह उभर कर सामने आने लगा है. यह आने वाले नगर निगम चुनाव में तृणमूल के िलये सरदर्द साबित हो सकता है. तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवारों की तालिका आलाकमान के पास भेज चुकी है.
पार्टी सूत्रों के अनुसार उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के बाद ही कई बागी सुर उठने के संकेत मिल रहे हैं, जो तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकता है. पार्टी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है.

चुनाव में मेयर पद के लिये पार्टी की ओर से किसी भी शख्स के नाम घोषणा नहीं की जा रही है. पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बार मेयर पद के लिए अपूर्व मुखर्जी के जगह किसी नये चेहरे को उम्मीदवार बनाये जाने की संभावना दिख रही है. नगर निगम चुनाव में आसनसोल के नेताओं को पार्टी द्वारा वरीयता दी जा रही है.

श्रममंत्री मलय घटक, आसनसोल के मेयर सह पाण्डेश्वर के विधायक जितेंद्र तिवारी, आसनसोल शिल्पांचल के वरीय नेता वी शिवदासन उर्फ दासू, एडीडीए के चेयरमैन तापस बनर्जी को दुर्गापुर नगर निगम चुनाव में जीत दिलाने की जिम्मेवारी दी गई है. इसका असर बीते कुछ दिनों से दुर्गापुर में हो रही पार्टी बैठकों व सभाओं में देखने को मिल रहा है. पार्टी की बैठकों व सभाओं में इन नेताओं को वरीयता दिये जाने से पार्टी का एक वर्ग नाखुश दिख रहा है. परन्तु इस विषय पर खुलकर कोई भी कुछ कहने से कतरा रहा है. पार्टी के शिल्पांचल अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक-ठाक होने का दावा करते हुये कहा कि नगर निगम चुनाव में पार्टी की ओर से बेहतर प्रदर्शन किया जायेगा. चुनाव नतीजे आने के बाद ही मेयर व अन्य पदों का चुनाव आपसी सहमति से किया जायेगा.

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