गोरखालैंड की आग में सिलीगुड़ी भी सुलगने लगा

सिलीगुड़ी. भाषा विवाद और अलग राज्य गोरखालैंड को लेकर पहाड़ पर लगी आग में अब सिलीगुड़ी भी रह-रहकर सुलगने लगा है. उपर से सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग द्वारा अलग राज्य के समर्थन में केंद्रीय गृहमंत्री को लिखे पत्र ने आग में घी का काम किया है. सिक्कम और पश्चिम बंगाल के बीच दूरी शुक्रवार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 24, 2017 9:52 AM
सिलीगुड़ी. भाषा विवाद और अलग राज्य गोरखालैंड को लेकर पहाड़ पर लगी आग में अब सिलीगुड़ी भी रह-रहकर सुलगने लगा है. उपर से सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग द्वारा अलग राज्य के समर्थन में केंद्रीय गृहमंत्री को लिखे पत्र ने आग में घी का काम किया है. सिक्कम और पश्चिम बंगाल के बीच दूरी शुक्रवार को दिखने लगी. गुरुवार को सिलीगुड़ी से सटे मिलनमोड़-देवीडांगा इलाका में गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) के बंद के आह्वान का असर दिखा. उसके बाद शुक्रवार से वेस्ट बंगाल नंबर टैक्सी मालिकों और चालकों ने सिक्किम नंबरवाले वाहनों के विरुद्ध मोरचा खोल दिया है.

प्रदर्शनकारियों ने सिक्किम नंबर एसके वाली टैक्सी और बसों को सिलीगुड़ी और इसके आस-पास के इलाकों बागडोगरा, बागडोगरा एयरपोर्ट के बाहर, दार्जीलिंग मोड़, चंपासारी मोड़, चेकपोस्ट, सालुगाड़ा, न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) जंक्शन के सामने रोकना शुरू कर दिया.इतना ही नहीं सिलीगुड़ी जंक्शन के सामने सिक्किम राज्य परिवहन (एसएनटी) के बस टर्मिनस के सामने भी जमकर हंगाम हुआ. एसएनटी की बसों को सिक्किम जाने से रोका गया. सिलीगुड़ी में गुस्साये प्रदर्शनकारियों ने एसएनटी बस टर्मिनस में दिनभर उग्र प्रदर्शन किया.

टर्मिनस का मुख्य गेट बंद कर सिक्किम की ओर जानेवाली बसों का दिनभर चक्का जाम कर दिया. इस प्रदर्शन से एसएनटी की दर्जनों बसे और हजारों देशी-विदेशी सैलानी तथा भारी संख्या में सिक्किम निवासी व विद्यार्थी सिलीगुड़ी में फंसे रहे. गुस्साये प्रदर्शनकारियों का कहना है कि गोरखालैंड आंदोलन को लेकर आंदोलनकारी पहाड़ पर जानेवाले वेस्ट बंगाल नंबर के टैक्सी व अन्य वाहनों को निशाना बना रहे हैं.

अब तो केवल दार्जीलिंग, कालिंपोंग, कार्सियांग, मीरिक ही नहीं बल्कि सिक्किम की ओर जानेवाली वेस्ट बंगाल नंबर की टैक्सी व अन्य वाहनों पर भी तोड़-फोड़ एवं आग लगाने की घटनाएं हो रही है. बीते चार-पांच दिनों से सिक्किम को ओर जानेवाली राष्ट्रीय राजमार्ग-10 (दार्जीलिंग जिला अंतर्गत पड़नेवाली हाइवे) पर गोरखालैंड आंदोलनकारी उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं और वेस्ट बंगाल नंबर के वाहनों को सिक्किम को ओर जाने पर भी रोक रहे हैं. हालांकि अपराह्न 3.30 बजे प्रदर्शनकारियों का संगठन नॉर्थ बंगाल लग्जरी एंड नन लग्जरी टैक्सी वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ एसएनटी के अधिकारियों के साथ आधे घंटे तक हुई मीटिंग के बाद शाम चार बजे एसएनटी से प्रदर्शन हटा लिया गया और सिक्किम की बसों को छोड़ दिया गया. वेस्ट बंगाल नंबर टैक्सी मालिक और चालकों के प्रदर्शन के दौरान ट्रेवल्स एंड टूर ऑपरेटर कारोबारियों का संगठन इस्टर्न हिमालया ट्रैवल्स एंड टूर ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन (एथवा) के प्रतिनिधि समर्थन में खड़े दिखायी दिये.

क्या कहना है सैलानियों का
सिलीगुड़ी के एसएनटी में प्रदर्शनकारियों के प्रदर्शन में फंसे दक्षिण भारत तिरूपति से आये सैलानियों के एक ग्रुप के डॉ एम राजू का कहना है कि सबों को अपना आवाज उठाने का अधिकार है. लेकिन सैलानी, विद्यार्थियों व आम लोगों को आंदोलन से राहत देनी चाहिए. तिरुपति के ही रहनेवाले के कल्याण का कहना है कि तिरुपति से आज सुबह ही वे लोग एनजेपी पहुंचे. पहले उनकी योजना दार्जीलिंग होकर सिक्किम जाने की थी. लेकिन दार्जीलिंग में जारी आंदोलन से केवल सिक्किम जाने की योजना बनायी. सिक्किम जाने के लिए सुरक्षित यात्रा के तहत वे लोग एसएनटी में सुबह नौ बजे गंगटोक की टिकट कटवाये. 11 बजे जब बस सिक्किम की ओर कूच करने ही वाली थी तभी एसएनटी बस बंद कर आंदोलन किया जाने लगा.
क्या कहना है प्रदर्शनकारी संगठन का ः प्रदर्शनकारी संगठन नॉर्थ बंगाल लग्जरी एंड नन लग्जरी टैक्सी वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव विजय देव बर्मन का कहना है कि एसएनटी अधिकारी ने कल यानी शनिवार तक का समय सिक्किम सरकार से बातचीत के लिए मांगा है. श्री बर्मन का कहना है कि आज अधिकारी के आश्वासन के बाद केवल एसएनटी की बसों को ही सिक्किम जाने दिया गया है. अगर कल तक सिक्किम सरकार यह लिखत रुप से देती है कि सिक्किम जानेवाली एनएच-10 पर सिक्किम नंबरों के साथ वेस्ट बंगाल नंबर के वाहनों को भी चलने दिया जायेगा तो सब सही रहेगा अन्यथा कल से वापस सिक्किम नंबर के वाहनों को भी अनिश्चितकाल तक के लिए नहीं चलने दिया जायेगा.
क्या कहना है एसएनटी अधिकारी का
एसएनटी के अतिरिक्त जेनरल मैनेजर एचएल लामा का कहना है कि प्रदर्शनकारियों की मांग को लेकर वे कल खुद सरकार से बातचीत करेंगे. सरकार के निर्देश को वह कल सार्वजनिक कर देंगे. अगर सरकार सैलानियों और आम जनता की सुरक्षा के मद्देनजर एसएनटी बसों को बंद करने का निर्देश देती है तो वह कल से ही बसों को सिक्किम रूट चलाना बंद करवा देंगे.

Next Article

Exit mobile version