बंगालियों के हितों की रक्षा नहीं कर पा रही तृणमूल सरकार
केंद्रीय राज्य मंत्री व प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान पर तीखा पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बंगाल को बंगाली ही चलायेंगे, दिल्लीवाले नहीं. इस बयान पर श्री मजूमदार ने ममता बनर्जी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह खुद बंगालियों के लिए सबसे हानिकारक हैं.
कोलकाता.
केंद्रीय राज्य मंत्री व प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान पर तीखा पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बंगाल को बंगाली ही चलायेंगे, दिल्लीवाले नहीं. इस बयान पर श्री मजूमदार ने ममता बनर्जी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह खुद बंगालियों के लिए सबसे हानिकारक हैं. गुरुवार को संवाददाताओं से बातचीत में सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार ने बंगालियों के पेट पर लात मारी है. उन्होंने तृणमूल के टिकट वितरण पर भी निशाना साधा. उन्होंने कीर्ति झा आजाद, यूसुफ पठान, शत्रुघ्न सिन्हा का जिक्र करते हुए कहा कि ये बंगाली नहीं हैं. ममता बनर्जी ने बंगालियों के पेट पर लात मार कर इन्हें टिकट दिया.उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने बंगाली नेताओं को दरकिनार कर गैर-बंगालियों को सांसद बनाया. अगर उन्हें बंगालियों की इतनी चिंता है, तो संसद में यूसुफ पठान, कीर्ति आजाद और शत्रुघ्न सिन्हा को बांग्ला भाषा में भाषण देने की चुनौती दें.
सुकांत मजूमदार ने कहा कि बंगाल को बंगाली ही चलायेंगे. लेकिन, सत्ता से ममता बनर्जी की विदाई करने के बाद. उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि ममता बनर्जी हर चुनाव से पहले बंगाली अस्मिता का मुद्दा उठा कर वोट हासिल करने की कोशिश करती हैं, लेकिन उनके कार्य इस दावे के उलट हैं.श्री मजूमदार ने दावा किया कि यूसुफ पठान, जो गुजरात से हैं. उन्हें बंगाल से टिकट देकर ममता ने बंगालियों की उपेक्षा की. उन्होंने कहा कि यूसुफ पठान ने शपथ लेने के बाद ””जय गुजरात”” कहा. हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें पूछना चाहिए कि जब आप बंगाल से जीते हैं, तो ””जय गुजरात”” क्यों बोले? आपको ””जय बांग्ला”” बोलना चाहिए था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
