सांतरागाछी से पकड़ गये चोरी डकैती करने के तीन आरोपी

खड़गपुर की मदद से शालीमार जीआरपी को मिली सफलता

By GANESH MAHTO | November 17, 2025 12:38 AM

हावड़ा. धर्मस्थल, बस अड्डे व ट्रेनों में चोरी-डकैती करने वाले एक गिरोह के तीन सदस्योंे को सांतरागाछी स्टेशन से पकड़ा गया है. यह कार्रवाई खड़गपुर व शालीमार जीआरपी ने संयुक्त रूप से की. गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के बाद इनके बाकी साथियों की तलाश शुरू हो गयी है. बताया गया है कि ‘सुल्तानपुरी’ नाम से कुख्यात इस गिरोह के सदस्यों के खिलाफ दिल्ली, राजस्थान, मुंबई समेत कई शहरों में चोरी और डकैती के मामले दर्ज हैं. कुछ सदस्यों की पहले भी गिरफ्तारी हो चुकी है. हालांकि, इसके बाद भी इनकी आदतें नहीं बदलीं. ये चोरी-डकैती करने से बाज नहीं आते. पता चला है कि पहले कई बार की कोशिश के बावजूद इस गिरोह का मुखिया पकड़ से बाहर रह जाता था, पर इस बार वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. अपने गिरोह के दो अन्य अपराधियों के साथ. राज्य सीआइडी भी मामले की जांच कर रही है. वहीं, खड़गपुर जीआरपी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देबश्री सान्याल ने बताया गत बुधवार रात सांतरागाछी स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर छह और सात पर तीन लोग संदिग्ध हालात में घूमते देखे गये. इसके बाद, खड़गपुर जीआरपी के शालीमार थाने की पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. जांच-पड़ताल में पकड़े गये लोगों के पास से सोना भी बरामद हुआ. जब इनसे बरामद हुए सोना के बारे में पूछताछ हुई, तो इनसे कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया. इसके बाद तीनोें को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार किये गये लोगों के नाम रणबीर सिंह, अजमेर सिंह और मुकेश बताये गये हैं. ये सभी पश्चिमी दिल्ली के सुल्तानपुरी के निवासी हैं. रणबीर सिंह को ही इस गिरोह का सरगना बताया जा रहा है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, लगभग 10 वर्षों से रणबीर के नेतृत्व वाला यह गिरोह राजस्थान, मुंबई और आंध्र प्रदेश में सोने की चोरी को अंजाम दे रहा था. इस बाबत पुलिस को पता चला था कि गिरोह के सदस्य कभी भी सामान्य फोन पर बात न कर अपने साथियों से हमेशा वाट्सएप कॉल के जरिये बात करते थे. ये लोग अपने परिवार के सदस्यों से भी वाट्सएप कॉल के जरिये ही बात करते रहे हैं. सोने के गहनों के अलावा, पुलिस ने इनके पास से नकली आधार कार्ड भी बरामद किये हैं. जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये लोग बंगाल क्यों आये थे. क्या सांतरागाछी स्टेशन पर उतरने के बाद उनकी कोई और योजना थी या फिर वे यहां भी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देना चाहते थे. पुलिस गिरफ्तार हुए इन लोगों से पूछताछ कर रही है.

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