एसआइआर पर तत्काल चर्चा होनी चाहिए : अभिषेक
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के किसी घटक दल और उनकी पार्टी का संसद में कामकाज बाधित करने का कोई इरादा है, लेकिन मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) पर तुरंत चर्चा होनी चाहिए.
संवाददाता, कोलकाता
सांसद सह तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के किसी घटक दल और उनकी पार्टी का संसद में कामकाज बाधित करने का कोई इरादा है, लेकिन मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) पर तुरंत चर्चा होनी चाहिए. नयी दिल्ली से लौटने के बाद एनएससी बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में डायमंड हार्बर के सांसद ने कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में हेराफेरी के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन किया. श्री बनर्जी ने कहा कि राहुल गांधी के दावों की जांच होनी चाहिए.
हाल में लोकसभा में तृणमूल के संसदीय दल के नेता नियुक्त किये गये श्री बनर्जी ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि सदन चले, लेकिन एसआइआर पर चर्चा किये बिना नहीं. उच्चतम न्यायालय मतदाता सूची में विसंगतियों की बात करता है, तो फिर 2024 के आम चुनाव पुरानी सूचियों का उपयोग करके कैसे कराये गये? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य कैबिनेट मंत्री त्रुटिपूर्ण जनादेश का उपयोग करके चुने गये थे?’’
बिहार चुनाव नजदीक आ रहे हैं और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव भी बस कुछ ही महीने दूर हैं, ऐसे में बनर्जी ने कम समय में एक व्यापक एसआइआर आयोजित करने की व्यवहार्यता पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, ‘दो साल की प्रक्रिया दो महीने में कैसे पूरी हो सकती है?’ श्री बनर्जी ने चिंता व्यक्त की कि एसआइआर की कवायद का भाजपा के फायदे के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, खासकर उन निर्वाचन क्षेत्रों में जहां पिछले चुनावों में जीत का अंतर बहुत कम था. साथ ही उन्होंने कहा, ‘पिछले लोकसभा चुनावों में, भाजपा बालुरघाट और बिष्णुपुर जैसी जगहों पर बहुत कम अंतर से जीत गयी थी. हम बंगाल में एसआइआर की अनुमति नहीं देंगे.’ उन्होंने भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषी प्रवासियों के उत्पीड़न के तृणमूल कांग्रेस के आरोपों पर भी बात की और कहा, ‘पश्चिम बंगाल के गरीब बंगाली नागरिकों को क्यों परेशान किया जायेगा?’ तृणमूल सांसद ने निर्वाचन आयोग (इसी) पर भाजपा के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया और कहा कि “पश्चिम बंगाल में जानबूझकर वास्तविक मतदाताओं के नाम हटाने की साजिश रची गयी थी. अगर एक भी नाम गलत तरीके से हटाया गया, तो हम एक लाख लोगों के साथ नयी दिल्ली में निर्वाचन आयोग मुख्यालय का घेराव करेंगे.’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में आम सहमति वाले किसी उम्मीदवार के नाम पर कोई चर्चा हुई है, उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है. हम उचित समय पर इस मुद्दे पर फैसला करेंगे. हमारे पास 21 अगस्त तक का समय है.’’ तृणमूल नेता ने कहा कि “11 अगस्त को, ‘इंडिया’ गठबंधन का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली स्थित चुनाव आयोग मुख्यालय जायेगा.
वे संसद भवन से मार्च निकालेंगे. तृणमूल के प्रतिनिधि भी वहां मौजूद रहेंगे, लेकिन मेरा पहले से ही दूसरा कार्यक्रम हैं, क्योंकि मैंने जिलेवार पार्टी नेताओं के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं. 11 तारीख को उत्तर दिनाजपुर और बहरमपुर में तृणमूल नेताओं के साथ मैं बैठक करूंगा, मैं व्यस्त रहूंगा.” 100 दिनों रोजगार योजना की बकाया राशि को लेकर श्री बनर्जी ने कहा कि “कोर्ट ने कहा कि 100 दिनों रोजगार योजना की राशि एक अगस्त से मिलना शुरू हो जाना चाहिए. आठ अगस्त पूरे हो गये, अभी तक कुछ भी शुरू नहीं हुआ है. यह कोर्ट के आदेश की अवहेलना है. जरूरत पड़ने पर तृणमूल प्रतिनिधिमंडल ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलेगा. जल जीवन मिशन के 2,500 करोड़ रुपये से ज्यादा बकाये हैं. आने वाले दिनों में हमारा एक प्रतिनिधिमंडल जल शक्ति मंत्री से भी मिलेगा.”
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