जॉन बारला व शंकुदेव पांडा सहित 32 नेताओं की वापस हुई सुरक्षा

केंद्र सरकार ने प्रदेश भाजपा के 32 नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है. इस सूची में भाजपा के कई जिला अध्यक्ष और पूर्व सांसद भी शामिल हैं. हालांकि प्रदेश भाजपा के एक वर्ग का दावा है कि केंद्र समय-समय पर इस सुरक्षा मुद्दे का मूल्यांकन करता है, जिसके तहत यह निर्णय लिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 26, 2025 11:15 PM

कोलकाता.

केंद्र सरकार ने प्रदेश भाजपा के 32 नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है. इस सूची में भाजपा के कई जिला अध्यक्ष और पूर्व सांसद भी शामिल हैं. हालांकि प्रदेश भाजपा के एक वर्ग का दावा है कि केंद्र समय-समय पर इस सुरक्षा मुद्दे का मूल्यांकन करता है, जिसके तहत यह निर्णय लिया गया है. केंद्र सरकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद जॉन बारला की सुरक्षा वापस ले ली है. लोकसभा चुनाव में भाजपा द्वारा उन्हें टिकट न दिये जाने के बाद जॉन बारला पार्टी के काम में सक्रियता से भाग नहीं ले रहे हैं. इस तालिका में जॉन बारला के अलावा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हालदार, देवब्रत विश्वास, कूचबिहार जिला भाजपा के अभिजीत बर्मन, नदिया जिला अध्यक्ष अर्जुन विश्वास और दक्षिण 24 परगना जिला अध्यक्ष अभिजीत दास का नाम भी शामिल है. गृह मंत्रालय ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव हारने वाले उम्मीदवारों की सुरक्षा भी वापस ले ली है. इनमें उलबेरिया से पराजित उम्मीदवार अरुणोदय पालचौधरी, आरामबाग से पराजित उम्मीदवार अरुपकांति दिगर, जंगीपुर से पराजित उम्मीदवार धनंजय घोष, डायमंडहार्बर विधानसभा से पराजित उम्मीदवार और पूर्व तृणमूल विधायक दीपक हालदार, जयनगर से पराजित उम्मीदवार अशोक कंडारी और मथुरापुर से पराजित उम्मीदवार अशोक पुरकाइत शामिल हैं. इसके साथ ही उत्तर दिनाजपुर के पूर्व जिला अध्यक्ष बासुदेव सरकार, डायमंड हार्बर लोकसभा संयोजक देबांग्शु पांडा और बीरभूम के देबाशीष धर से केंद्रीय सुरक्षा वापस ले ली गयी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद दशरथ तिर्के, तमाघ्न घोष, शंकुदेव पांडा, लोकनाथ चटर्जी, निर्मल साहा और नित्यानंद चटर्जी की भी सुरक्षा वापस ले ली है.

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