बीएसएनएल कर्मचारी बता 35 लाख का पर्सनल लोन लेकर सात महिलाएं चंपत
फर्जी कागजात तैयार कर खुद को बीएसएनएल की कर्मचारी बताकर बैंक से 35 लाख रुपये का पर्सनल लोन लेकर फरार हो गयीं सात शातिर महिलाओं में से पुलिस ने गिरोह की एक महिला को गिरफ्तार किया है.
कार्रवाई. शिकायत दर्ज होने के बाद सोनारपुर से ठगी की महिला आरोपी गिरफ्तार
संवाददाता, कोलकाताफर्जी कागजात तैयार कर खुद को बीएसएनएल की कर्मचारी बताकर बैंक से 35 लाख रुपये का पर्सनल लोन लेकर फरार हो गयीं सात शातिर महिलाओं में से पुलिस ने गिरोह की एक महिला को गिरफ्तार किया है. घटना की शिकायत टॉलीगंज थाने में दर्ज करायी गयी थी. गिरफ्तार महिला का नाम महुआ रॉय (45) बताया गया है. वह दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर इलाके की निवासी है. इस घटना में शामिल अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है. क्या है मामला : पुलिस सूत्र बताते हैं कि गत 20 मई 2025 को टॉलीगंज थाने में बैंक की तरफ से इसकी शिकायत दर्ज करायी गयी थी. पुलिस को शिकायत में बताया गया कि खुद को सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल की कर्मचारी बताकर सात महिलाओं ने बैंक से कुल 34 लाख 99 हजार 499 रुपये का पर्सनल लोन लिया था. इसके बाद से उनका कोई पता नहीं है. आरोपियों के नाम महुआ नश्कर, इप्शिता चक्रवर्ती, मल्लिका रॉय, काजल बर्मन, नबनीता दास, काकली भद्र और रीता बैद्य है. इनके साथ कुछ अन्य महिलाएं भी शामिल हैं. लालबाजार के एंटी बैंक फ्रॉड शाखा की टीम ने किया अरेस्ट : थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद लालबाजार के एंटी बैंक फ्रॉड विभाग की टीम ने मामले की जांच शुरू कर गुप्त जानकारी के आधार पर गिरोह की एक महिला को चिह्नित कर उसे दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर से गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ कर गिरोह की अन्य महिला सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
