बशीरहाट सीमांत क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी, नाका चेकिंग तेज
उत्तर 24 परगना के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है.
हकीमपुर चेकपोस्ट पर 300 बांग्लादेशी लौटने की प्रतीक्षा में बशीरहाट. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सोमवार को मौत की सजा सुनाये जाने और अवामी लीग से जुड़े ऐतिहासिक फैसले की प्रक्रिया जारी रहने के बीच भारत-बांग्लादेश सीमा पर हलचल तेज हो गयी है. उत्तर 24 परगना के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है. आशंका जतायी जा रही है कि यदि अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाया गया, तो उसके नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर सकते हैं. इस आशंका को देखते हुए बशीरहाट और आसपास के सीमांत क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गयी है. जानकारी के अनुसार, बशीरहाट के इच्छामती सेतु, स्वरूपनगर के तेंतुलिया पुल, हासनाबाद के बनबीबी पुल, हेमनगर के नवदुर्गा चौराहे और बादुरिया के शाइस्तानगर में सघन नाकाबंदी जारी है. दिल्ली में हाल ही में हुए धमाके के बाद प्रशासन सुरक्षा को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरतना चाहता. इसी कारण सोमवार सुबह से स्वरूपनगर, हासनाबाद, हिंगलगंज, बादुरिया, हेमनगर और बशीरहाट समेत सभी सीमावर्ती थानों में वाहनों की जांच के लिए कड़ी नाका चेकिंग चल रही है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बशीरहाट जिला पुलिस सभी वाहनों की बारीकी से तलाशी ले रही है, जो सीमा से मुख्य भारतीय भूभाग की ओर आ रहे हैं. उधर, एसआइआर प्रक्रिया के बीच बांग्लादेशी नागरिकों का अपने देश लौटने का सिलसिला भी जारी है. बताया जा रहा है कि सीमावर्ती बस्तियां हर दिन धीरे-धीरे खाली होती जा रही हैं. सोमवार को उत्तर 24 परगना के हकीमपुर चेकपोस्ट पर बोरे और कंबल लिये करीब 300 बांग्लादेशी वापस लौटने के लिए इंतजार करते दिखाई दिये. सीमा पार करने की प्रतीक्षा में खड़े इन लोगों को 143वीं बटालियन के बीएसएफ जवानों ने रोक रखा है और उनके वैध दस्तावेजों की जांच की जा रही है.
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