आइसीजी व एचडीसी ने किया संयुक्त अभ्यास
समुद्र व नदी तट पर तेल रिसाव जैसी आपदा से निबटने की तैयारी को परखने के लिए भारतीय तटरक्षक बल (आइसीजी) और हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स (एचडीसी) ने 25 व 26 सितंबर को संयुक्त प्रदूषण प्रतिक्रिया अभ्यास आयोजित किया.
कोलकाता.
समुद्र व नदी तट पर तेल रिसाव जैसी आपदा से निबटने की तैयारी को परखने के लिए भारतीय तटरक्षक बल (आइसीजी) और हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स (एचडीसी) ने 25 व 26 सितंबर को संयुक्त प्रदूषण प्रतिक्रिया अभ्यास आयोजित किया. इस अभ्यास का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और आपसी तालमेल को मजबूत करना था, ताकि पश्चिम बंगाल में किसी भी आपात स्थिति का तुरंत और प्रभावी ढंग से मुकाबला किया जा सके. इस दो दिवसीय अभ्यास में विभिन्न हितधारकों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इनमें एवीआर स्टोरेज टैंक टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड, आइओसीएल हल्दिया रिफाइनरी, एइजीआइएस लॉजिस्टिक्स लिमिटेड, आइएमसी लिमिटेड और वेस्ट बंगाल वेस्ट मैनेजमेंट शामिल थे. अभ्यास के दौरान भारतीय तटरक्षक बल और विभिन्न संगठनों के विशेषज्ञों ने प्रस्तुतियां दीं.इसमें तेल रिसाव की स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया देने की प्रक्रिया, उपकरणों के इस्तेमाल और समन्वय की बारीकियों पर चर्चा की गयी. अभ्यास का समापन हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स द्वारा प्रदूषण प्रतिक्रिया उपकरणों के व्यावहारिक प्रदर्शन से हुआ. इसमें दिखाया गया कि किस तरह विशेष यंत्रों और तकनीक की मदद से तेल रिसाव को नियंत्रित किया जा सकता है और समुद्री पर्यावरण को बचाया जा सकता है. मौके पर अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के संयुक्त अभ्यास न केवल एजेंसियों की तैयारी को परखते हैं, बल्कि सभी हितधारकों को प्रत्यक्ष अनुभव भी प्रदान करते हैं. इससे भविष्य में संभावित आपदाओं से निबटने की क्षमता और अधिक मजबूत होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
