एनआइए ने कोर्ट में 10 आरोपियों के खिलाफ दाखिल किया आरोप-पत्र
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने पीड़िता के परिवार की खराब आर्थिक स्थिति का फायदा उठाते हुए उसे तस्करी रैकेट के चंगुल में फंसा दिया.
नौकरी का झांसा देकर तस्करी में धकेलने का आरोप
कोलकाता. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) ने पश्चिम बंगाल से जुड़े एक बांग्लादेशी नाबालिग लड़की की तस्करी मामले में 10 आरोपियों के खिलाफ अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया है. एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एनआइए के अनुसार, भुवनेश्वर स्थित एनआइए की विशेष अदालत में दाखिल आरोपपत्र में आरोपियों पर लड़की को नौकरी का लालच देकर बहलाने-फुसलाने और बाद में पैसा कमाने के लिए उसे अनैतिक तस्करी में धकेलने का आरोप लगाया गया है. जांच में सामने आया कि आरोपियों ने पीड़िता के परिवार की खराब आर्थिक स्थिति का फायदा उठाते हुए उसे तस्करी रैकेट के चंगुल में फंसा दिया. इस मामले में एक बड़े मानव तस्करी नेटवर्क का भी पर्दाफाश हुआ है.
एनआइए ने बताया कि प्रारंभ में ओड़िशा पुलिस ने छह आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अदालत में दो आरोपपत्र दाखिल किये थे. बाद में मामला एनआइए को सौंपा गया, जिसके बाद एजेंसी ने पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर छापेमारी की और दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया.
एजेंसी ने आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट और वित्तीय लेनदेन की जांच के बाद उनके दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया. अंततः एनआइए ने सभी 10 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर कर दिया है.
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