बांग्ला साइन बोर्ड के अक्षरों का आकार तय करेगा नगर निगम

महानगर में अब सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, दुकानों, मॉल और अस्पतालों के साइन बोर्ड पर बांग्ला भाषा न केवल अनिवार्य होगी, बल्कि लिखावट के अक्षरों का आकार भी निगम द्वारा निर्धारित किया जायेगा. बुधवार को कोलकाता नगर निगम की मासिक बैठक में भाजपा पार्षद सजल घोष ने यह मुद्दा उठाया.

By BIJAY KUMAR | September 10, 2025 10:54 PM

कोलकाता.

महानगर में अब सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, दुकानों, मॉल और अस्पतालों के साइन बोर्ड पर बांग्ला भाषा न केवल अनिवार्य होगी, बल्कि लिखावट के अक्षरों का आकार भी निगम द्वारा निर्धारित किया जायेगा. बुधवार को कोलकाता नगर निगम की मासिक बैठक में भाजपा पार्षद सजल घोष ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि निगम पहले ही कई बार परिपत्र जारी कर चुका है कि साइन बोर्ड पर बांग्ला भाषा का प्रयोग अनिवार्य होगा और शीर्ष पर लिखा जायेगा. हालांकि, अक्षरों के आकार का स्पष्ट उल्लेख कभी नहीं किया गया. उन्होंने सुझाव दिया कि निगम को अब इसका भी मानक तय करना चाहिए. घोष के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए मेयर फिरहाद हकीम ने इसे सराहनीय बताया. उन्होंने कहा कि निगम जल्द ही नोटिस जारी कर बांग्ला अक्षरों का आकार निर्धारित करेगा. साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी अन्य भाषा का विरोध नहीं किया जा रहा है, लेकिन जैसे महाराष्ट्र में मराठी को प्राथमिकता दी जाती है, वैसे ही पश्चिम बंगाल में बांग्ला को प्राथमिकता दी जायेगी. मेयर ने कहा कि साइन बोर्ड पर बांग्ला लिखना अनिवार्य होगा, इसके बाद अन्य भाषाओं का प्रयोग किया जा सकता है.मेयर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देश के कई राज्यों में बांग्ला बोलने वालों के साथ भेदभाव और हिंसा की घटनाएं हुई हैं. इसलिए राज्य में बांग्ला भाषा को प्राथमिकता देना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि उर्दू और हिंदी भी भारतीय भाषाएं हैं, लेकिन बंगाली होने के नाते बांग्ला भाषा के स्वाभिमान की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने यह भी कहा कि कई बांग्ला भाषी अंग्रेजी या हिंदी में बात करते हैं, इसका मतलब यह नहीं कि वे बंगाली नहीं हैं. पर बांग्ला हमारी मातृभाषा है और इसका अपमान नहीं होना चाहिए.

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