Lok Sabha Election 2024 : कोलकाता उत्तर में मतदाताओं की बेरुखी ने बढ़ाया चुनाव आयोग का टेंशन, जाने क्या है वजह

मतदान में कमी के संबंध में चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि इसकी वजह मतदाताओं का शहर के अन्य हिस्सों में जाना और युवाओं का रोजगार के सिलसिले में दूसरे राज्यों में जाना है.

By Prabhat Khabar Print Desk | April 19, 2024 7:57 AM

कोलकाता : चुनाव आयोग द्वारा मतदाताओं से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की बार-बार अपील के बावजूद कोलकाता उत्तर लोकसभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत कम रह रहा है. पिछले दो लोकसभा चुनाव में लोकसभा क्षेत्र के 1800 में से करीब एक हजार बूथों में औसत से कम मतदान देखने को मिला है. 2014 में जहां इस लोकसभा क्षेत्र में 9,55,778 लोगों ने मतदान किया तो 2019 में यह घटकर 9,50,639 हो गया. चुनाव आयोग के मुताबिक इस लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं में कमी 2014 के लोकसभा चुनाव से शुरू हुई. 2014 में जहां 67 फीसदी लोगों ने मतदान किया तो 2019 में मतदान करने वालों की तादाद 65 फीसदी ही थी. 2021 के विधानसभा चुनाव को देखें तो इसके एक विधानसभा क्षेत्र, चौरंगी में मतदान 53 फीसदी हुआ. जबकि 2016 में उस विधानसभा क्षेत्र में मतदान 56 फीसदी हुआ था. इसी तरह बाकी के विधानसभा क्षेत्रों में भी मतदान के प्रतिशत में गिरावट आई.

सभी जगहों पर गिरा वोट प्रतिशत

इंटाली में 2016 में 70.60 फीसदी मतदान हुआ तो 2021 में यह घटकर 68 फीसदी हो गया. बेलियाघाट में 2016 में 66 फीसदी लोगों ने मतदान किया तो 2021 में 63 फीसदी लोगों ने ही मताधिकार का इस्तेमाल किया. जोड़ासांकों में 2021 में 50 फीसदी मतदान हुआ. जबकि 2016 में यह 54 फीसदी था. श्यामपुकुर में 2021 में 58 फीसदी मतदान हुआ जबकि 2016 में यह 68 फीसदी था. मानिकतला में 2021 में 63 फीसदी लोगों ने मतदान किया तो 2016 में 70 फीसदी लोगों ने वोट दिया था. काशीपुर-बेलगछिया में 2021 में 60 फीसदी लोगों ने मतदान किया जबकि 2016 में 65 फीसदी लोगों ने मतदान किया था.

आखिर क्यों हो रही मत प्रतिशत में कमी, क्या है वजह

मतदान में कमी के संबंध में चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि इसकी वजह मतदाताओं का शहर के अन्य हिस्सों में जाना और युवाओं का रोजगार के सिलसिले में दूसरे राज्यों में जाना है. इसके अलावा मतदाता सूची में शामिल होने वाले नये वोटरों की संख्या इतनी भी नहीं है कि मतदान के कम होते चलन को रोका जा सके.हालात को संभालने के लिए चुनाव आयोग की ओर से विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. इनमें नुक्कड़ नाटक, लीफलेट वितरण तथा लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकारों के बारे में जानकारी देना शामिल है. चुनाव आयोग की ओर से कोलकाता उत्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए ‘टेनीदा’ नामक काल्पनिक किरदार को मैस्कट बनाया गया है ताकि मतदाताओं को जागरूक किया जा सके. मैस्कट के जरिये सातों विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है ताकि उनमें जागरूकता बढ़े और वे अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें.

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