विवि की दीवारों पर लिखा- कश्मीर मांगे आजादी
जादवपुर विश्वविद्यालय एक बार फिर विवादों में घिर गया है.
जादवपुर विश्वविद्यालय एक बार फिर आया विवादों में, पुलिस ने दर्ज की एफआइआरसंवाददाता, कोलकाता.
जादवपुर विश्वविद्यालय एक बार फिर विवादों में घिर गया है. विश्वविद्यालय की दीवारों पर सोमवार को कश्मीर मांगे आजादी और आजाद कश्मीर जैसे नारे लिखे मिले हैं. इन नारों पर विवाद खड़ा होने के बाद पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली है. जेयू प्रशासन की ओर से भी ऐसे नारे लिखने वाले शरारती तत्वों की पहचान कर सख्त कार्रवाई किये जाने की तैयारी है. जादवपुर यूनिवर्सिटी पिछले कई दिनों से विवादों में है. पिछले दिनों ही यहां एक बेविनार को लेकर विवाद खड़ा हो गया था, इसमें वामपंथी और अति वामपंथी छात्र संगठन ने यूनिवर्सिटी प्रोफेसर्स एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन का विरोध कर दिया था. बताया जा रहा है कि यह विरोध छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर किया गया था. इससे पहले छात्र संघ चुनावों को लेकर ही जादवपुर विवि में हिंसा भी हुई थी. अब कश्मीर को लेकर स्लोगन लिखे जाने से विवाद एक बार फिर बढ़ गया है.
यह पहला मामला नहीं है जब पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी में ऐसा किया गया हो, इससे पहले पिछले साल अक्तूबर में भी जादवपुर विश्वविद्यालय में कथित तौर पर हमें न्याय चाहिए, नारों के साथ कश्मीर की आजादी से संबंधित नारे लगाये जाने का मामला सामने आया था. कोलकाता पुलिस ने इस मामले में एफआइआर दर्ज की थी. पाटुली पुलिस थाने में उस वक्त भारतीय न्याय सहिता की धारा 151, 285 के तहत मामले भी दर्ज किये गये थे.
तृणमूल ने की आलोचना : जादवपुर यूनिवर्सिटी में कश्मीर के बारे में लिखे इस तरह के नारों पर तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि ऐसे नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है. उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि छात्र मेधावी हैं, लेकिन आजाद कश्मीर जैसा नारा कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि बच्चों को सही शिक्षा दें और उन्हें ये बताएं कि इस तरह के नारे ठीक नहीं.
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