कांकीनाड़ा : नफरचंद जूट मिल 17 दिनों के लिए बंद
उत्पादन 11 जनवरी से फिर शुरू होगा
उत्पादन 11 जनवरी से फिर शुरू होगा बैरकपुर. कांकीनाड़ा स्थित नफरचंद जूट मिल में 25 दिसंबर से 10 जनवरी तक उत्पादन बंद रहेगा. मिल प्रबंधन ने यह निर्णय पाट की कमी और कीमतों में वृद्धि के कारण लिया है. मिल के गेट पर नोटिस में बताया गया है कि इस अवधि के दौरान केवल जरूरी और आवश्यक कार्य जैसे इंस्पेक्शन, लोडिंग और अनलोडिंग ही जारी रहेंगे. इस अवधि में काम नहीं होगा और मजदूरों को वेतन नहीं मिलेगा, लेकिन सभी वैधानिक सुविधाएं मिलेंगी. मिल का संचालन 11 जनवरी सुबह छह बजे से पुनः शुरू होगा. मिल प्रबंधन के अनुसार जूट की कीमतों में वृद्धि से वित्तीय नुकसान हो रहा है और बांग्लादेश सरकार द्वारा कच्चे जूट के निर्यात पर प्रतिबंध ने स्थिति और गंभीर कर दी है. संकट से निबटने के लिए सभी यूनियन प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया गया.बीएमएस की शाखा नफरचंद जूट श्रमिक संघ के संगठन मंत्री प्रदीप चंद्र किरण ने कहा कि बंगाल में कई कारखाने बंद हो रहे हैं और मजदूर मजबूर हैं. पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि 11 जनवरी से मिल शुरू होने की उम्मीद है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार संगठित उद्योगों को खत्म करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने बताया कि मालदह और मुर्शिदाबाद सहित कई जिलों में छोटी मिलें बंद हो चुकी हैं, जिससे मजदूरों को पीएफ, ईएसआइ और ग्रेच्युटी जैसी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं.उन्होंने कहा कि पहले जूट की खेती करने वाले ज्यादातर लोग अब इसे छोड़ कर अन्य कामों के लिए दूसरे राज्यों में चले गये हैं, जिससे बंगाल में जूट का उत्पादन काफी कम हो गया है.
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