फिर सड़क पर उतरे जूनियर डॉक्टर
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और निर्मम हत्या के एक साल बाद पीड़िता के माता-पिता, जूनियर व सीनियर डॉक्टरों में सीबीआइ जांच को लेकर नाराजगी है.
आरजी कर कांड. जूनियर डॉक्टरों ने निकाली मशाल रैली, आज अभया को दी जायेगी श्रद्धांजलि
आज सीनियर डॉक्टरों का कालीघाट अभियान
संवाददाता, कोलकाताआरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और निर्मम हत्या के एक साल बाद पीड़िता के माता-पिता, जूनियर व सीनियर डॉक्टरों में सीबीआइ जांच को लेकर नाराजगी है. वे सीबीआइ की जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं. पीड़िता के माता-पिता का मानना है कि उनकी बेटी का असल हत्यारा अब भी पर्दे के पीछे है. इस बीच आरजी कर कांड के विरोध में वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टरों की ओर से शुक्रवार की रात दो अगल-अगल जगहों से मशाल रैली निकाली गयी. पहली रैली कॉलेज स्क्वायर से श्यामबाजार और दूसरी रैली आरजी कर मेडिकल कॉलेज से श्याम बाजार तक निकाली गयी.
जूनियर डॉक्टरों की इस मशाल रैली का सीनियर डॉक्टरों के संगठन ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स, सर्विस डॉक्टर फोरम, मेडिकल सर्विस सेंटर, नर्सेस यूनिटी सह अन्य चिकित्सक संगठनों का समर्थन था. जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट का दावा है कि करीब ढाई हजार से अधिक लोग रैली में हिस्सा लिये थे. आम लोग भी इस रैली से जुड़े थे. पीड़िता को ‘अभया’ कहकर संबोधित करते हुए वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट ने आठ अगस्त की रात को ‘रात जागो अभियान’ चलाने के निर्णय की पहले ही घोषणा कर दी गयी थी. डॉक्टरों ने इसे ‘अभया की रात’ के रूप में मनाने का एलान किया था. रात के नौ बजे कॉलेज स्क्वायर से मशाल रैली निकाली गयी. वह इस रैली श्यामबाजार पहुंचने के बाद पूरी रात सभा की गयी, जिसमें पीड़िता के माता-पिता भी शामिल थे.उधर, श्याम बाजार क्राॅसिंग पर सुरक्षा व्यवस्था और यातायात व्यवस्था को सामान्य बनाये रखने के लिए कोलकाता पुलिस के डीसी रैंक के अधिकारी तैनात किये गये थे. उधर, सर्विस डॉक्टर फोरम के कोषाध्यक्ष ने डॉ सपन विश्वास ने कहा कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
एमडी परीक्षा नहीं दे सकी अभया : जूनियर डॉक्टर फ्रंट के सदस्य ने बताया कि एक वर्ष पूरा हो चुका है, पर अब तक हमें न्याय नहीं मिला है. पिछले एक वर्ष में हमने एमडी परीक्षा पास कर ली है. इस तरह अगर अभया की हत्या नहीं की गयी होती, तो वह भी आज एमडी कर ली होती.नौ अगस्त को श्रद्धांजलि सभा: अगले दिन शनिवार यानी नौ अगस्त को शाम छह बजे आरजी कर मेडिकल कॉलेज परिसर में ‘अभया’ को श्रद्धांजलि दी जायेगी. डॉक्टरों के संगठन ने आम नागरिकों, वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों से इन दोनों कार्यक्रमों में शामिल होने की अपील की है.
वहीं, इस दिन शाम के चार बजे सीनियर डॉक्टर हाजरा क्रॉसिंग पर सभा करेंगे. विदित हो कि आठ अगस्त, 2024 को 36 घंटे की लगातार ड्यूटी के बाद अभया देर रात आराम करने के लिए सेमिनार हॉल में पहुंची थी. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, अभया उस रात ””ऑन कॉल”” पर थीं. उसकी ड्यूटी रात दो बजे समाप्त हुई. फिर वह अन्य जूनियर्स के साथ खाना खायी. फिर वह आराम करने के लिए आपातकालीन विभाग की चौथी मंजिल पर ””चेस्ट डिपार्टमेंट”” के सेमिनार हॉल में दाखिल हुई थी, जहां से शुक्रवार सुबह उसकी शव को बरामद किया गया. अब एक साल एक साल बीत चुका है.माता-पिता ने अपनी बेटी की मौत के लिए न्याय की मांग करते हुए शनिवार को नबान्न अभियान का आह्वान किया है. आरजी कर कांड को लेकर लड़ाई कर रहे जूनियर डॉक्टर फ्रंट में मुख्य भूमिका निभाने वाले डॉ अनिकेत महताे ने बताया एक वर्ष बीत चुके हैं, पर न्याय की मांग पर अभया के माता-पिता दर-दर भटक रहे हैं. पर उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है. उन्होंने एक बार फिर टाला थाना, कोलकाता पुलिस और सीबीआइ की भूमिका पर सवाल खड़े किये.
उन्होंने टाला थाना के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर भ्रष्टाचार य षडयंत्र का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पुलिस की कोताही के कारण ही हमें न्याय नहीं मिला है. डॉ अनिकेत ने सीबीआइ जांच पर भी असंतोष व्यक्त किया है. कहा कि सीबीआइ जांच से कोर्ट भी संतुष्ट नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
