प्रो गोपेश्वर सिंह व प्रो दामोदर मिश्र को प्रो कल्याणमल लोढ़ा-लिली लोढ़ा शिक्षा सम्मान

प्रत्येक पुरस्कार विजेता को 25 हजार रुपये की राशि, स्मृति-चिह्न और मानपत्र प्रदान किया जायेगा.

By GANESH MAHTO | November 9, 2025 1:21 AM

कोलकाता. सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन और भारतीय भाषा परिषद ने वर्ष 2025 के प्रो कल्याणमल लोढ़ा – लिली लोढ़ा शिक्षा सम्मान के लिए दो प्रख्यात शिक्षकों- दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर और आलोचक प्रो गोपेश्वर सिंह द पश्चिम बंगाल हिंदी विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति और विद्यासागर विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर प्रो दामोदर मिश्र के नामों की घोषणा की है.

सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन के संयुक्त महासचिव प्रो संजय जायसवाल ने बताया कि दोनों शिक्षाविदों को यह सम्मान आगामी 31वें हिंदी मेला के दौरान प्रदान किया जायेगा, जो 26 दिसंबर से कोलकाता में आरंभ होगा. प्रत्येक पुरस्कार विजेता को 25 हजार रुपये की राशि, स्मृति-चिह्न और मानपत्र प्रदान किया जायेगा.

यह सम्मान कलकत्ता विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो कल्याणमल लोढ़ा और उनकी पत्नी लिली लोढ़ा की स्मृति में, उनकी सुपुत्री सुषमा लोढ़ा के सौजन्य से हर वर्ष प्रदान किया जाता है. इस वर्ष की निर्णायक समिति के अध्यक्ष शिक्षाविद और साहित्यकार डॉ शंभुनाथ थे.

प्रो गोपेश्वर सिंह ने पटना विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय में लंबे समय तक अध्यापन किया है. उनकी प्रमुख कृतियों में आलोचना का नया पाठ, भक्ति आंदोलन के सामाजिक आधार, साहित्य से संवाद और आलोचक का आत्मावलोकन शामिल हैं.

प्रो दामोदर मिश्र ने बीबी कॉलेज, आसनसोल में लगभग 25 वर्ष और विद्यासागर विश्वविद्यालय, मेदिनीपुर में 13 वर्ष तक शिक्षण कार्य किया. वह पश्चिम बंगाल हिंदी विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति भी रहे हैं. उन्होंने हिंदी, ओडिया और बांग्ला भाषाओं में महत्वपूर्ण अनुवाद कार्य किया है और कला-संस्कृति के क्षेत्र में अपनी सक्रियता के लिए विशेष रूप से पहचाने जाते हैं.

दोनों शिक्षाविदों को आगामी महीने की 28 तारीख को भारतीय भाषा परिषद में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी भारतीय ज्ञान परंपरा और आधुनिक हिंदी साहित्य के दौरान औपचारिक रूप से सम्मानित किया जायेगा.

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