ममता के प्रति मेरी अटूट निष्ठा : कल्याण

कल्याण बनर्जी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ वह सोमवार को धरने में इसलिए शामिल नहीं हो पाये, क्योंकि उन्हें एसआइआर के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई समेत अन्य महत्वपूर्ण मामलों में उच्चतम न्यायालय में उपस्थित होना था.

By BIJAY KUMAR | August 12, 2025 10:31 PM

कोलकाता.

तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के प्रति उनकी निष्ठा अटूट है और वह ऐसी ही बनी रहेगी. तृणमूल सांसद ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये यह स्पष्ट किया कि वह सोमवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के खिलाफ विपक्ष के विरोध प्रदर्शन में क्यों शामिल नहीं हुए. कल्याण बनर्जी को हाल में लोकसभा में तृणमूल के मुख्य सचेतक के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. कल्याण बनर्जी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ वह सोमवार को धरने में इसलिए शामिल नहीं हो पाये, क्योंकि उन्हें एसआइआर के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई समेत अन्य महत्वपूर्ण मामलों में उच्चतम न्यायालय में उपस्थित होना था. इसके अलावा, संसदीय आवास समिति का सदस्य होने के नाते उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सांसदों के नये आवासों के उद्घाटन समारोह में भी भाग लिया.

कल्याण ने कहा : मैं 2014 से संसदीय आवास समिति का सदस्य हूं. हमने नवनिर्वाचित सांसदों के लिए बंगलों की भारी कमी से निपटने के लिए बाबा खड़क सिंह मार्ग पर सांसदों के लिए 184 फ्लैट बनवाने के लिए अथक प्रयास किये. इनमें अधिकांश प्रस्ताव हमारी प्रत्यक्ष निगरानी में मेरी ओर से रखे गये थे. उन्होंने कहा : यह कोई आसान काम नहीं था, लेकिन हमने इसे पूरा कर दिखाया. सोमवार सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री ने परिसर का उद्घाटन किया और 10.30 बजे मैं उच्चतम न्यायालय जाने के लिए निकल गया, जहां मुझे दो अहम मामलों में उपस्थित होना था- पहला, हमारी पार्टी द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को दी गयी चुनौती, जिसकी सुनवाई दोनों दिन हुई. दूसरा, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से जुड़ा एक महत्वपूर्ण मामला था. तृणमूल नेता ने कहा : इसी वजह से मैं निर्वाचन आयोग के सामने धरने में शामिल नहीं हो सका. किसी का नाम लिये बिना उन्होंने कहा : मुझे अपनी अनुपस्थिति के लिए कोई सफाई देने की जरूरत नहीं है, लेकिन मैं जानता हूं कि कुछ लोग हैं, जो मुझ पर हमला करने का मौका तलाशते रहते हैं. सांसद ने कहा : उन्हें कोशिश करने दें. पिछले चुनाव में भी उन्होंने सारी चालें चलकर देख लीं, लेकिन मैं 1,75,000 मतों से जीता. मेरा अपना दृढ़ विश्वास है, ईमानदारी है और सच्चाई है. ममता बनर्जी के प्रति मेरी निष्ठा अटूट है, और वह हमेशा बनी रहेगी.

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