प्रवासी श्रमिकों के सम्मान में विश्वकर्मा पूजा पर सरकारी छुट्टी : सीएम

राज्य सरकार ने इस बार विश्वकर्मा पूजा के दिन सरकारी छुट्टी की घोषणा की है. इसे लेकर कुछ दिन पहले ही राज्य के वित्त विभाग की ओर से विज्ञप्ति जारी की गयी थी. बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यवासियों को विश्वकर्मा पूजा की शुभकामनाएं दीं.

By BIJAY KUMAR | September 17, 2025 10:16 PM

कोलकाता.

राज्य सरकार ने इस बार विश्वकर्मा पूजा के दिन सरकारी छुट्टी की घोषणा की है. इसे लेकर कुछ दिन पहले ही राज्य के वित्त विभाग की ओर से विज्ञप्ति जारी की गयी थी. बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यवासियों को विश्वकर्मा पूजा की शुभकामनाएं दीं. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार हमने राज्य के प्रवासी श्रमिकों के सम्मान में विश्वकर्मा पूजा के दिन सरकारी छुट्टी की घोषणा की है. हाल ही में, देश के अन्य राज्यों में बांग्ला बोलने के कारण श्रमिकों को प्रताड़ित किये जाने के आरोप लगे हैं. इसके खिलाफ मुख्यमंत्री ने महानगर के साथ-साथ राज्य के अन्य जिलों में सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया था. मुख्यमंत्री ने प्रवासी श्रमिकों को वापस लौटने का आह्वान किया है. साथ ही राज्य सरकार ने प्रवासी श्रमिकों के पुनर्वास के लिए श्रमश्री योजना शुरू की है. इस योजना के तहत, प्रवासी श्रमिकों को राज्य लौटने के बाद एक मुश्त पांच हजार रुपये के साथ-साथ नौकरी मिलने तक 5,000 रुपये प्रति माह भत्ता दिया जायेगा.

कालीघाट में विश्वकर्मा पूजा में शामिल हुईं सीएम : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को कालीघाट स्थित अपने घर के पास बने पुलिस कार्यालय में आयोजित विश्वकर्मा पूजा में शामिल हुईं. इस अवसर पर उन्होंने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा : कालीघाट में मेरे घर के पास पुलिस कार्यालय में पुलिसकर्मियों ने विश्वकर्मा पूजा का आयोजन किया. मैं भी उनके साथ रही और कुछ तस्वीरें साझा कर रही हूं. मुख्यमंत्री द्वारा साझा की गयीं तस्वीरों में वह पूजा के दौरान कुछ महिलाओं व लोगों के साथ मौजूद दिख रही हैं. इस दिन विश्वकर्मा पूजा को राज्यभर में धूमधाम से मनाया गया.

घर लाया गया ओडिशा में प्रताड़ित मजदूर

तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट में बताया कि मुर्शिदाबाद के जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र का एक युवक रोजगार की तलाश में ओडिशा गया था. आरोप है कि वहां स्थानीय थाने में केवल बांग्ला भाषा में बात करने की वजह से उन्हें रोक कर परेशान किया गया. घटना का पता चलने के बाद युवक का परिवार बेहद चिंतित हो गया. परिवार ने तुरंत एक डाके अभिषेक हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर मदद की गुहार लगायी. सांसद बनर्जी के निर्देश पर टीम ने तुरंत कार्रवाई की और उस पीड़ित मजदूर से संपर्क कर सुरक्षित रूप से उसे घर वापस लाया गया. परिवार ने इस त्वरित सहायता के लिए सांसद बनर्जी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है.

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