एआइ को रिप्लेस कर सकता है सीए : अग्रवाल
हम वर्तमान में कृत्रिम बुद्धिमता (एआइ) के दौर में जी रहे हैं, लेकिन एआइ सीए को रिप्लेस नहीं कर सकता है.
सीए गौरव सम्मान समारोह में 171 नवोदित चार्टर्ड अकाउंटेंट्स का हुआ सम्मान
संवाददाता, कोलकाताहम वर्तमान में कृत्रिम बुद्धिमता (एआइ) के दौर में जी रहे हैं, लेकिन एआइ सीए को रिप्लेस नहीं कर सकता है. अपनी बुद्धिमता से एक सीए एआइ को रिप्लेस कर सकता है. यह कहना है इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) के पूर्व अध्यक्ष सीए रंजीत कुमार अग्रवाल का. श्री अग्रवाल शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक चेतना के क्षेत्र में विगत चार दशकों से सतत सक्रिय समर्पण ट्रस्ट द्वारा आयोजित सीए गौरव सम्मान समारोह 2025 में बतैर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि 140 करोड़ की आबादी वाले भारत देश में मात्र चार लाख 93 हजार सीए का होना इस पेशे की विशिष्टता व गरिमा का परिचायक है. पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने इस समारोह का उद्घाटन किया. श्री प्रभु ने कहा कि वित्तीय सुशासन और पारदर्शिता किसी भी राष्ट्र की रीढ़ होती है और सीए समुदाय इस दिशा का अदृश्य मार्गदर्शक है. विशिष्ट अतिथियों में ईआइआरसी के चेयरमैन सीए विष्णु तुलस्यान व उद्योगपति डॉ. अक्षय बिंजराजका उपस्थित रहे. समर्पण ट्रस्ट के ट्रस्टी प्रदीप ढेडिया ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि यह आयोजन हमारे युवाओं के आत्मबल को प्रोत्साहित करने का एक विनम्र प्रयास है. उन्होंने कहा कि ट्रस्ट द्वारा दिसंबर महीने में नये भारत के शिल्पकार यूपीएससी सम्मान समारोह में यूपीएससी में सफल हुए युवाओं को सम्मानित किया जायेगा. समारोह के दौरान वर्ष 2025 की चार्टर्ड अकाउंटेंसी परीक्षा के दोनों ग्रुपों में उत्तीर्ण 171 मेधावी परीक्षार्थियों को समर्पण ट्रस्ट द्वारा सम्मानित किया गया. समारोह का संचालन महावीर प्रसाद रावत ने किया. कार्यक्रम का मॉडरेशन एफसीए रश्मि बिहानी ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
