मंत्री बाबुल सुप्रियो ने सिने अड्डा में लोकप्रिय गीतों से समा बांधा
दर्शकों ने तालियों और गीतों के साथ उनका उत्साह बढ़ाया.
भारती जैनानी, कोलकाता
31वें कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (केआइएफएफ) में सोमवार का दिन सिनेप्रेमियों के लिए खास रहा. एक ओर जहां दर्शकों ने चयनित फिल्मों की स्क्रीनिंग का लुत्फ उठाया, वहीं दूसरी ओर अपने पसंदीदा कलाकारों से मिलने का मौका भी मिला. नंदन परिसर में सोमवार को आयोजित ‘सिने अड्डा’ में मशहूर पार्श्वगायक और राज्य सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री बाबुल सुप्रियो ने शिरकत की. उन्होंने अपने लोकप्रिय गीतों से ऐसा समा बांधा कि पूरा माहौल संगीत की मधुरता से सराबोर हो गया. दर्शकों ने तालियों और गीतों के साथ उनका उत्साह बढ़ाया. इससे पहले एकतारा मंच पर सिने कलाकारों ने लघु फिल्मों के भविष्य पर परिचर्चा की. चर्चा में कई फिल्मकारों और युवा निर्देशकों ने हिस्सा लिया. उधर, रवींद्र सदन और नंदन परिसर के विभिन्न सिने हॉलों में कई चर्चित फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई. रवींद्र सदन में ‘बियोंड बॉर्डर्स’, एशियन सलेक्ट एनइटीपीएसी अवॉर्ड श्रेणी की ‘कथाकार की डायरी: द स्टोरी ऑफ ऑर्डिनरी लाइव्स’, और बंगाली पैनोरमा सेक्शन की फिल्म ‘पिंजर’ प्रदर्शित की गयीं. नंदन में एशियन सलेक्ट एनइटीपीएसी अवॉर्ड श्रेणी की ‘योजोनगंधा – ए ट्रिब्यूटेट वॉयाज’ और इंटरनेशनल कंपीटिशन (आइएमआइ) श्रेणी की फिल्म ‘द कंडर डॉटर’ (निर्देशक: एलवैरो ओलमस टोरिको, बोलिविया) दिखायी गयीं, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा. इसके अलावा इंडियन डॉक्यूमेंट्री कंपीटिशन सेक्शन में सौरव भद्रा की फिल्म ‘फौजदार’ को भी अच्छी प्रतिक्रिया मिली. इन फिल्मों की टीम ने प्रेस कॉर्नर में संवाददाता सम्मेलन कर अपने अनुभव साझा किये और फिल्मों के विषयों पर चर्चा की. पूरे नंदन परिसर में दिनभर सिनेमा, संगीत और संवाद का उत्सव देखने को मिला. दर्शक न केवल फिल्में देख रहे हैं, बल्कि इंटरएक्टिव सत्रों में भाग लेकर अपने पसंदीदा सितारों से भी मुलाकात कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
