भाजपा के राष्ट्रीय सचिव बनने पर अनुपम ने टीएमसी पर बोला हमला, कहा- विधानसभा चुनाव ममता की अस्तित्व की लड़ाई

Bengal news, Kolkata news : पूर्व सांसद अनुपम हाजरा (Anupam Hazra) को भाजपा के राष्ट्रीय सचिव का दायित्व दिये जाने के बाद रविवार (27 सितंबर, 2020) की सुबह दक्षिण 24 परगना जिला (South 24 Parganas) के बारुइपुर पहुंचें. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं संग बैठक कर कई दिशा निर्देश दिये. वहीं, ममता सरकार (Mamata government) और तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि अगर तृणमूल कांग्रेस के लोग एक थप्पड़ मारे, तो चार थप्पड़ मारें और किसी कीमत पर बूथ लूटने नहीं दें. भाजपा समर्थकों ने भी जुलूस निकाल कर उनको राष्ट्रीय सचिव बनाये जाने का स्वागत किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2020 6:00 PM

Bengal news, Kolkata news : कोलकाता : पूर्व सांसद अनुपम हाजरा (Anupam Hazra) को भाजपा के राष्ट्रीय सचिव का दायित्व दिये जाने के बाद रविवार (27 सितंबर, 2020) की सुबह दक्षिण 24 परगना जिला (South 24 Parganas) के बारुइपुर पहुंचें. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं संग बैठक कर कई दिशा निर्देश दिये. वहीं, ममता सरकार (Mamata government) और तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि अगर तृणमूल कांग्रेस के लोग एक थप्पड़ मारे, तो चार थप्पड़ मारें और किसी कीमत पर बूथ लूटने नहीं दें. भाजपा समर्थकों ने भी जुलूस निकाल कर उनको राष्ट्रीय सचिव बनाये जाने का स्वागत किया.

इस अवसर पर श्री हाजरा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें जिम्मेदारी दी है. मुझ पर भरोसा किया है. उसे पूर्ण मर्यादा देना मेरा नैतिक कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि 2021 में भाजपा का सत्ता में आना निश्चित है. वर्तमान में भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए कोरोना से बड़ा शत्रु ममता बनर्जी हैं.

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उन्होंने कहा कि बंगाल में कोरोना से मृत लोगों को केरोसिन तेल के सहारे अंतिम संस्कार किया जाता है, जो काफी दुखद है. पीड़ितों से परिवार के सदस्यों से मिलने नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि तृणमूल को निर्मल करना ही हमारा लक्ष्य है. उन्होंने जादवपुर से चुनाव लड़ी थी. इस कारण उन्हें जानकारी है कि यहां क्या कमियां हैं. पार्टी के जिलाध्यक्ष व पार्टी कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी दी. अपना अनुभव बताया. किस-किस जगह क्या-क्या दवाई देनी होगी. इसके लिए पुड़िया तैयार करना है.

उन्होंने कहा कि यह चुनाव पार्टी के लिए केवल हार या जीत है, लेकिन ममता के लिए अस्तित्व की लड़ाई है. ममता हारती है, तो पार्टी ही खत्म हो जायेगी. उन्होंने कहा कि यह ममता बनर्जी का नियम है कि चुनाव के पहले अधिक से अधिक असामाजिक तत्व छोड़ दो, जो बाईक और बंदूक दिखा कर चुनाव के दिन लोगों में आतंक फैलाये. बंगाल में चुनाव होता नहीं है, वरन कराया जाता है.

Posted By : Samir Ranjan.

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