आइआइटी खड़गपुर में स्थापना दिवस पर मानेकशॉ सेंटर का हुआ उद्घाटन
आइआइटी खड़गपुर में 75वें स्थापना दिवस के अवसर पर मानेकशॉ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज एंड रिसर्च का उद्घाटन किया गया. यह केंद्र रक्षा अनुसंधान, राष्ट्रीय सुरक्षा और स्वदेशी नवाचार को नयी दिशा देने वाला महत्वपूर्ण मंच साबित होगा.
खड़गपुर.
आइआइटी खड़गपुर में 75वें स्थापना दिवस के अवसर पर मानेकशॉ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज एंड रिसर्च का उद्घाटन किया गया. यह केंद्र रक्षा अनुसंधान, राष्ट्रीय सुरक्षा और स्वदेशी नवाचार को नयी दिशा देने वाला महत्वपूर्ण मंच साबित होगा. उद्घाटन समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ) सुभ्रत साहा, कार्यकारी अध्यक्ष मानेकशॉ सेंटर और आइआइटी खड़गपुर के निदेशक प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती ने संयुक्त रूप से केंद्र की शुरुआत की. यह केंद्र सशस्त्र बलों, सुरक्षा एजेंसियों, डीआरडीओ, शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग जगत को एक साझा मंच पर लायेगा. केंद्र का उद्देश्य उभरती प्रौद्योगिकियों-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर टेक्नोलॉजी, ऑटोनोमस सिस्टम्स और अंतरिक्ष तकनीक को रक्षा क्षेत्र में अपनाना और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की अवधारणा को साकार करना है. इस पहल की परिकल्पना जनरल साहा और आइआइटी खड़गपुर के पूर्व छात्र प्रोफेसर सुकुमार नंदी ने की थी. वर्तमान में यह योजना भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रही है. समारोह को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ) साहा ने कहा कि तेजी से बदलते युद्ध के स्वरूप में नयी तकनीकों का विकास पूरे राष्ट्र की साझी भागीदारी से ही संभव है. उन्होंने कल्पनाशीलता, नवाचार और तकनीकी क्षमता को इसमें अहम बताया. वहीं, आइआइटी खड़गपुर के निदेशक प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती ने कहा कि केंद्र हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी, हार्डवेयर सुरक्षा, बैटरी, रक्षा में एआइ और उद्यमिता विकास जैसे क्षेत्रों में नेतृत्व करेगा. उन्होंने कहा कि शैक्षणिक जगत, उद्योग और सशस्त्र बलों के सहयोग से हम भारतीय युद्धों को भारतीय समाधानों से जीतने का संकल्प पूरा करेंगे. उन्होंने इसे भारत में रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा अनुसंधान के लिए आत्मनिर्भर पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में परिवर्तनकारी कदम बताया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
