बाबरी मस्जिद ट्रस्ट के नाम पर फर्जी दान वसूली का आरोप
विधायक हुमायूं कबीर ने दर्ज करायी शिकायत, फर्जी क्यूआर कोड से रकम उगाही, साइबर क्राइम थाना जांच में जुटा
विधायक हुमायूं कबीर ने दर्ज करायी शिकायत, फर्जी क्यूआर कोड से रकम उगाही, साइबर क्राइम थाना जांच में जुटा कोलकाता. बाबरी मस्जिद ट्रस्ट के नाम पर भेजी जा रही दान की रकम कथित रूप से फर्जी बैंक खातों में स्थानांतरित किये जाने का मामला सामने आया है. आरोप सामने आते ही तृणमूल कांग्रेस से निलंबित मुर्शिदाबाद के भरतपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक हुमायूं कबीर ने बहरमपुर साइबर क्राइम थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी. शिकायत मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. सूत्रों के अनुसार, बेलडांगा में बाबरी मस्जिद के शिलान्यास की तारीख और कार्यक्रम की घोषणा के बाद से ही विधायक कबीर राजनीतिक विवादों में घिर गये थे. उन पर आरोप लगा कि उन्होंने भाजपा के इशारे पर धार्मिक राजनीति को बढ़ावा दिया. इसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें दलविरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया. इसके बावजूद कबीर अपने निर्णय पर कायम रहे और तय तिथि पर बेलडांगा में शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने ट्रस्ट के नाम पर दान दिया, जिनमें से कई ने विदेशी मुद्रा में भी योगदान किया. इसी दौरान बड़ा खुलासा हुआ. वेस्ट बंगाल इस्लामिक फाउंडेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष मोहम्मद अमीनुल शेख ने मीडिया को बताया कि ट्रस्ट की जानकारी और दस्तावेजों की नकल कर कुछ साइबर ठगों ने फर्जी क्यूआर कोड बना लिया था. इस नकली क्यूआर कोड के माध्यम से लोगों से दान की रकम वसूली जा रही थी. शेख के अनुसार, वास्तविक ट्रस्ट खाते तक यह राशि पहुंच ही नहीं रही थी. मामले की जानकारी मिलते ही विधायक कबीर ने तुरंत साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज करायी. फिलहाल पुलिस फर्जी क्यूआर कोड के स्रोत, धन के प्रवाह और संबंधित बैंक खातों की पहचान में जुटी है. बैंक स्टेटमेंट, डिजिटल ट्रांजेक्शन और क्यूआर कोड डेटा की जांच शुरू कर दी गयी है. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में विधायक कबीर कई विवादों के कारण चर्चा में रहे हैं. उन्होंने दावा किया था कि शिलान्यास कार्यक्रम में सऊदी अरब से दो इमाम या कारी आयेंगे, जबकि बाद में पता चला कि दोनों बंगाल के ही निवासी थे. इसके अलावा, उन्होंने कहा था कि उनकी सुरक्षा के लिए हैदराबाद से आठ बाउंसर आयेंगे, लेकिन जांच में वे भी कोलकाता के निकले. इन घटनाओं के संदर्भ में विधायक कबीर स्वयं दावा कर चुके हैं कि उनके खिलाफ बड़ी साजिश रची जा रही है.
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