PM मोदी का ममता पर हमला, टीएमसी और कांग्रेस ने मिलकर बंगाल को बर्बाद किया

आनंद कुमार सिंह ... कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के तहत कृष्णनगर में आयोजित चुनावी प्रचार सभा में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला. साथ ही कांग्रेस व वाम मोरचा के चुनावी गंठबंधन पर भी उन्होंने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग किसी भी मैच में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2016 4:56 PM

आनंद कुमार सिंह

कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के तहत कृष्णनगर में आयोजित चुनावी प्रचार सभा में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला. साथ ही कांग्रेस व वाम मोरचा के चुनावी गंठबंधन पर भी उन्होंने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग किसी भी मैच में अंपायर की तरह होता है. उसके हर फैसले का सम्मान करना चाहिए. लेकिन मुख्यमंत्री को नोटिस जारी करने पर वह कहती हैं कि 19 मई के बाद वह देख लेंगी. यदि वह राज्य में विकास का काम करती तो उन्हें फिर चुनाव आयोग को देखने की जरूरत नहीं रहती.

बंगाल को बम बनाने की फैक्ट्री बनाया- मोदी

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने तृणमूल नेत्री व उम्मीदवार ममता बनर्जी को नोटिस दिया था. लेकिन इसका जवाब राज्य सरकार के मुख्य सचिव ने दिया. यह चुनावी आचरण विधि का उल्लंघन और सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग है. बंगाल को उन्होंने वर्तमान में बम बनाने की फैक्टरी करार देते हुए कहा कि तृणमूल सरकार रोजगार तो देती नहीं केवल राजनीति करती है. उसका रोजगार केवल अपने लिये है जनता के लिए नहीं. सारधा चिटफंड से लेकर नारदा तक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नारद स्टिंग में तृणमूल नेताओं को रिश्वत लेते देखा गया. ये केवल अपना सौदा नहीं कर रहे थे बल्कि बंगाल के भविष्य का सौदा कर रहे थे.

राज्य में सिंडिकेट संस्कृति

सिंडिकेट की संस्कृति पर वार करते हुए उनका कहना था कि विवेकानंद फ्लाईओवर हादसे के पीछे भी सिंडिकेट की ही संस्कृति है. इस संस्कृति से बंगाल को मुक्त करने की जरूरत है. उन्होंने राज्य की उन्नति के लिए तीन सूत्रीय एजेंडे की जरूरत बतायी. उन्होंने कहा कि उनका एजेंडा, ‘ विकास, तेज गति से विकास और चारों ओर विकास’ है.

वाम मोरचा पर भी हमला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में कांग्रेस व वाम मोरचा के चुनावी गंठबंधन पर प्रहार करते हुए उनका कहना था कि केरल में दोनों पार्टियां एक दूसरे की घोर विरोधी है और यहां एक साथ हो गयी. ‘केरल में कुश्ती और बंगाल में दोस्ती’ को जनता स्वीकार नहीं करेगी. यदि दोस्ती करनी ही है तो केरल में भी वह हाथ मिला लें. जनता उनके झूठ को समझ रही है.