हिंसा मामले में बंगाल की छवि सुधारने की जरूरत

एक-दूसरे का सम्मान करते हुए असहमति को संजिदगी से व्यक्त करने का रखा प्रस्ताव कोलकाता : हिंसा के मामले में पश्चिम बंगाल की पूरे देश में एक अलग छवि बन चुकी है. इसे सुधारने की आवश्यकता है. सभी को प्रयास करना चाहिए कि 2020 में बंगाल एक शांतिपूर्ण राज्य के रूप में उभरे, जहां कानून […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 17, 2020 2:45 AM

एक-दूसरे का सम्मान करते हुए असहमति को संजिदगी से व्यक्त करने का रखा प्रस्ताव

कोलकाता : हिंसा के मामले में पश्चिम बंगाल की पूरे देश में एक अलग छवि बन चुकी है. इसे सुधारने की आवश्यकता है. सभी को प्रयास करना चाहिए कि 2020 में बंगाल एक शांतिपूर्ण राज्य के रूप में उभरे, जहां कानून और मर्यादा के खिलाफ कोई नहीं जाता है. ये बातें राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘सक्षम 2020’ में कहीं.
उन्होंने बुधवार को विश्वभारती विश्वविद्यालय में मारपीट की घटना के सवाल पर जवाब देते हुए राज्यपाल ने कहा कि उनके पास जानकारी का एक ही स्त्रोत राज्य सरकार है. वह प्रयासरत हैं कि राज्यपाल को राज्य सरकार एक्सक्लूसिव जानकारी देगी. जब भी जानकारी उनके पास आ जायेगी और उनके दायित्व में होगी, तब वह लक्ष्मण रेखा में रह कर उसके बारे में टिप्पणी कर सकते हैं.
छात्रों को पीटा गया पूछने पर, उन्होंने कहा कि ये अपने ही प्रांत को बदनाम करने का काम हो सकता है. पश्चिम बंगाल की पहचान किसी भी तरह से हिंसा से जुड़ी नहीं होनी चाहिए. बंगाल में वह सब कुछ है, जो पूरी दुनिया को सीखा सकता है कि हमें क्यों हिंसा नहीं करना चाहिए. हिंसा कहीं भी नहीं होनी चाहिए, चाहे वह हमारा मन हो या विचार.
उन्होंने कहा कि यदि वह किसी बात से सहमत नहीं हैं, तो इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं है कि वह उस व्यक्ति के विरोधी हो गये. उन्होंने कहा कि यदि कोई दूसरा उनकी बात से सहमत नहीं, तो इसका मतलब यह नहीं, कि वह उनका विरोधी हो गया. दो मत हैं, हमें एक-दूसरे के मत का सम्मान करना चाहिए. साथ ही योजना बनानी चाहिए कि असहमति को संजिदगी के कैसे व्यक्त किया जा सकता है.
राज्यपाल ने कहा कि मंत्रियों ने उनके किसी कार्य पर प्रश्न उठाया है. इस बात की खबर उन्हें जबतक राज्य सरकार से न मिले, वह कुछ नहीं कहेंगे. उन्होंने कहा कि मंत्री क्या कहते और करते हैं, ये संवाददाता बेहतर जानते हैं. श्री धनखड़ ने कहा कि वह जबतक किसी चीज को देख, सुन और पढ़ नहीं लेते. उन बातों पर विश्वास नहीं करते.
वीआइपी ही सड़क नियमों का उल्लंघन करते हैं
एक सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि वीआइपी कल्चर को खत्म करने में प्रधानमंत्री की पहल सराही गयी. उन्होंने रेड लाइट कल्चर एक झटके में ही खत्म कर दी. प्रधानमंत्री खुद इस बात पर जोर देते हैं, जब वह सड़क से गुजरें, तो ट्रैफिक को कम से कम रोका जाये. श्री धनखड़ कहा कि वह स्वयं भी जब सड़क से गुजरें, तो ट्रैफिक नहीं रुकना चाहिए, नियंत्रित होना चाहिए.
व्यक्ति को बड़े पद पर रहकर भी सबके साथ आम आदमी की तरह व्यवहार करना चाहिए. मौके पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने कहा कि सक्षम कार्यक्रम के माध्यम से वह एक महीने तक कोयला, पेट्रोलियम व गैस संरक्षण के लिए जागरूकता कार्यक्रम विभिन्न स्कूलों, संस्थानों व रैलियों के माध्यम से करेंगे.

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