राजनीतिक एजेंडे के तहत संस्थाओं को चला रहा केंद्र

कोलकाता : माकपा अपनी स्थापना के सौवें वर्ष को सालभर विभिन्न कार्यक्रमों के मार्फत मनायेगी. माकपा के कार्यकर्ता देश की विभिन्न समस्याओं को लेकर आमलोगों को एक मंच पर लाने का प्रयास करेंगे. यह बात मुजफ्फर अहमद भवन में राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए माकपा के महासचिव […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 19, 2019 1:44 AM

कोलकाता : माकपा अपनी स्थापना के सौवें वर्ष को सालभर विभिन्न कार्यक्रमों के मार्फत मनायेगी. माकपा के कार्यकर्ता देश की विभिन्न समस्याओं को लेकर आमलोगों को एक मंच पर लाने का प्रयास करेंगे. यह बात मुजफ्फर अहमद भवन में राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कही.

उन्होंने कहा कि देश में हिंदू राष्ट्रवाद बनाम राष्ट्रीय राष्ट्रवाद के बीच टक्कर चल रही है. केंद्र सरकार एनआरसी व अन्य मुद्दों के मार्फत लोगों को सुनियोजित तरीके से बांटने का काम कर रही है. विभिन्न स्वायत्त संस्थाओं को राजनीतिक ऐजेंडे के तहत इस्तेमाल कर रही है. इसमें सीबीआइ से लेकर ईडी व अन्य संस्थाओं के साथ अदालतों को भी प्रभावित करने का प्रयास चल रहा है. संवैधानिक संस्थाओं का गला दबाया जा रहा है. यह सब संख्या बल की दुहाई देते हुए किया जा रहा है.
विभिन्न बिल को केंद्र सरकार अपनी मर्जी से पास करा ले रही है, लेकिन उनको चर्चा के लिए संसदीय कमेटी के पास नहीं ला रही है. कुल मिला कर देश में एक अघोषित आपातकाल लागू है. विरोधियों को फर्जी मामलों में सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है. धारा 370 हटाये जाने का विरोध करनेवालों को आतंकवादी घोषित किया जा रहा है.
उनको बगैर सबूत के सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जा रहा है और कहा जा रहा है कि अब वह साबित करें कि वह बेकसूर हैं.आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित अनंतनाग जिले में माकपा के नेता और जन प्रतिनिधि मुहम्मद युसूफ तारीगामी को गृहबंदी करके रखा जा रहा है. देश एक गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है. लिहाजा इससे अगर निजात पाना है तो सबको आपातकाल की तरह एक मंच पर आकर इसका जोरदार विरोध करना होगा.

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