जादवपुर विवि मामला : छह घंटे के बाद फिल्‍मी अंदाज में राज्यपाल व केंद्रीय मंत्री छात्रों के घेराव से हुए मुक्त

कोलकाता : राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने फिल्‍मी अंदाज से केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो को जादवपुर विश्वविद्यालय में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच से निकाला और इस तरह से छह घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन और घेराव का अवसान हुआ. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को चकमा देते हुए, राज्यपाल के काफिले और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 19, 2019 10:23 PM

कोलकाता : राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने फिल्‍मी अंदाज से केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो को जादवपुर विश्वविद्यालय में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच से निकाला और इस तरह से छह घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन और घेराव का अवसान हुआ. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को चकमा देते हुए, राज्यपाल के काफिले और गाड़ी जिसमें केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो भी बैठे हुए थे, उन्हें विश्वविद्यालय परिसर के चार नंबर गेट की जगह तीन नंबर गेट से निकाल लिया.

दोपहर से ही केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री और आसनसोल से भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो के अखिल भारतीय विद्यार्थी के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर जादवपुर विश्वविद्यालय गुरुवार को रणक्षेत्र में तब्दील हो गया था. नक्सल समर्थित वामपंथी छात्रों ने केंद्रीय राज्य मंत्री के साथ धक्का-मुक्की और बदसलूकी की और उनका घेराव किया.

सुप्रियो का बचाव करने पहुंचे राज्यपाल जगदीप धनखड़ का भी छात्रों ने घेराव किया और जमकर नारेबाजी की. राज्यपाल ने पूरी घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत की और पूरी स्थिति पर चिंता जतायी. पूरी घटना में विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर और प्रो वाइस चांसलर बीमार हो गये हैं. उन्हें ढाकुरिया के आमरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

घटना से नाराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने जादवपुर विश्वविद्यालय के गेट नंबर चार पर तांडव मचाया और यूनियन रूम में तोड़फोड़ की. आगजनी भी की गयी. छह घंटे तक बवाल चलता रहा. रात 8.20 बजे के करीब भारी सुरक्षा में राज्यपाल बाबुल सुप्रियो को लेकर विश्वविद्यालय परिसर से निकले.

भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पूरी घटना की निंदा करते हुए छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं देर रात तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी का बयान नहीं आया था.

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