बाबुल सुप्रियो पर हमले से बिफरे कैलाश व दिलीप, पूछा- क्या यही है राज्य की कानून व्यवस्था

कोलकाता : केंद्रीय राज्य मंत्री व आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो पर जादवपुर विश्वविद्यालय में हमले पर भाजपा के महासचिव व केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सवाल उठाया है कि क्या जादवपुर विश्वविद्यालय देश का हिस्सा नहीं है? केंद्रीय मंत्री पर हमला करने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 19, 2019 8:23 PM

कोलकाता : केंद्रीय राज्य मंत्री व आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो पर जादवपुर विश्वविद्यालय में हमले पर भाजपा के महासचिव व केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सवाल उठाया है कि क्या जादवपुर विश्वविद्यालय देश का हिस्सा नहीं है? केंद्रीय मंत्री पर हमला करने वाले छात्रों के खिलाफ अपराधिक कार्रवाई करने की मांग की.

श्री विजयवर्गीय ने कहा कि केंद्रीय मंत्री पर हमले की निंदा करते हैं, हमेशा माकपा का प्रजातंत्र पर कभी विश्वास नहीं रहा. बंगाल में यदि प्रजातंत्र नहीं है. तो इसमें सबसे बड़ा हाथ 34 साल की माकपा सरकार का है, जिन्होंने प्रजातंत्र की रोज धज्जियां उड़ायी. अभी भी वही परंपरा कायम है. इस तरह विपक्ष से उलझना उचित नहीं है.

माकपा के छात्र यूनियन के इस प्रजातंत्र विरोधी गतिविधियों की निंदा करते हैं. प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर छात्रों के हमले की निंदा करते हुए कहा कि मंत्री पर हमला पूरी तरह के एक अपराधिक मामला है. इसके पहले भी जादवपुर विश्वविद्यालय में इस तरह की घटना घट चुकी है.

उन्होंने सवाल किया कि क्या जादवपुर देश का हिस्सा नहीं है. क्या जादवपुर विश्वविद्यालय में देश का संविधान लागू नहीं होता है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो व भाजपा नेत्री अग्निमित्रा पॉल का देश-विदेश में नाम है. उन्होंने कहा कि इन छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. इससे साफ हो जाता है कि बंगाल की कानून व्यवस्था की स्थिति कैसी है. उन्होंने कहा कि इसके पहले भी जादवपुर विश्वविद्यालय में राष्ट्रविरोधी नारे लगे थे.

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