राज्य सरकार गांवों में रोजगार सृजन को प्रयासरत : साधन

इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोले मंत्री कोलकाता : गांवों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उद्यमिता को बढ़ाने में राज्य सरकार प्रयासरत है. लोगों को नौकरियां मिल सके इसके लिए ज्यादा से ज्यादा उद्यमियों को विकसित करने की आवश्यकता है, जिसके लिए ‘मुक्तिधारा’, ‘स्वनिर्मित’ जैसी योजनाओं की शुरुआत की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 7, 2019 5:40 AM

इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोले मंत्री

कोलकाता : गांवों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उद्यमिता को बढ़ाने में राज्य सरकार प्रयासरत है. लोगों को नौकरियां मिल सके इसके लिए ज्यादा से ज्यादा उद्यमियों को विकसित करने की आवश्यकता है, जिसके लिए ‘मुक्तिधारा’, ‘स्वनिर्मित’ जैसी योजनाओं की शुरुआत की जा रही है.
इस संबंध में उन्होंने कहा कि विवेकानंद स्वनिर्भर कर्मसंस्थान प्रकल्प में सरकार दिये गये ऋण पर 30 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान कर रही है. विपणन के लिए उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के उत्पादों के लिए सरकार कर्मतीर्थ काउंटर्स खोल रही है. जो राज्य के विभिन्न शहरों में वन-स्टॉप शॉप के रूप में गिना जायेगा.
उन्होंने कहा यह उद्यमियों को अपने उत्पादों को सीधे खरीदारों तक पहुंचाने में सहायक होगा. ये बातें स्वयं सहायता समूह व स्व सशक्तिकरण विभाग के प्रभारी मंत्री साधन पांडे ने गुरुवार को इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स के द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘इम्पावरिंग इस्ट 2019’ में कहीं. उन्होंने बताया कि राजारहाट में सेल्फ हेल्प ग्रुुप के लिए एक इमारत में 50 दुकानें व ट्रेनिंग सेंटर्स बनाये जायेंगे, जिसकी जल्द ही शुरुआत की जायेगी.
श्रम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आइएएस एस सुरेश कुमार ने सामाजिक सुरक्षा योजना के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना के तहत मासिक 25 रुपये के एक छोटे से योगदान से लोग लाभांवित हो रहे हैं.
एसोसिएशन ऑफ माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन अजीत कुमार माइती ने कहा कि उद्यमियों के विकास के लिए सलाह, कौशल, वित्तपोषण, विपणन और प्रौद्योगिकी की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि उपभोग की वस्तुओं के लिए हस्तशिल्प से अपने उत्पादों में विविधता लाना जरूरी है.

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