कोलकाता : बीजेपी का मिशन लोकसभा चुनाव, निशाने पर मतुआ वोट बैंक, बड़ो मां के नाती शांतनु ठाकुर को महाकुंभ में आने का निमंत्रण

कोलकाता : लोकसभा चुनाव करीब है. इसको देखते हुए भाजपा ने राजनीति के शतरंज की बिसात पर अपने मोहरों को सलीके से चलना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी के तहत पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बंगाल आये अनल विश्वास ने पश्चिम बंगाल के एक बड़े वोट बैंक को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 11, 2019 2:46 AM
कोलकाता : लोकसभा चुनाव करीब है. इसको देखते हुए भाजपा ने राजनीति के शतरंज की बिसात पर अपने मोहरों को सलीके से चलना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी के तहत पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बंगाल आये अनल विश्वास ने पश्चिम बंगाल के एक बड़े वोट बैंक को भाजपा के साथ लाने के लिए मतुआ संप्रदाय की बड़ो मां वीणापानी देवी से मुलाकात कर उनको महाकुंभ में आने के लिए आमंत्रित किया था.
इसको देखते हुए उनके नाती और मतुआ संघाधिपति शांतनु ठाकुर ने प्रयागराज जाने का फैसला किया है. हालांकि योगी के इस आमंत्रण को तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और राज्य के खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कटाक्ष करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया है.
उल्लेखनीय है कि मतुआ संघ का वोट बैंक पिछले दो चुनावों से तृणमूल कांग्रेस के साथ रहा है. इस वोट बैंक पर कब्जा करने के लिए भाजपा काफी दिनों से प्रयास कर रही है. लिहाजा लोकसभा चुनाव में सीमावर्ती जिलों में भाजपा के सिर पर जीत का सेहरा बांधने में मतुआ वोट बैंक अहम भूमिका निभायेगा. इसलिए वह किसी भी तरह की कोताही बरतने के मूड में नहीं है.
इधर ठाकुरबाड़ी के उत्तराधिकारी मंजूल कुमार ठाकुर अपने लड़के को भाजपा में स्थापित करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अपने मिशन बंगाल के तहत मतुआ संप्रदाय को भाजपा के संग जोड़ने के लिए हर तरह से प्रयासरत हैं.
इधर शांतनु ठाकुर ने बताया कि आमंत्रण पत्र उनके नाम से आया था. वह संघ के लोगों के साथ वह जरूर जायेंगे.
हालांकि ठाकुरबाड़ी की एक और दावेदार तृणमूल कांग्रेस के सांसद ममताबाला ठाकुर की इस मामले में क्या राय है इसका पता नहीं चल पाया है.
इधर ज्योतिप्रिय मल्लिक का दावा है कि कोई मतुआ कुंभ मेला में नहीं जाता है. उनलोगों का सबसे बड़ा त्योहार हरिचांद ठाकुर की जयंती है. उसदिन वह लोग कामनासागर में डूबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाते हैं.
योगी इनलोगों को न्यौता देकर कोई खास लाभ पाने से रहे. हालांकि राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा है कि भाजपा मतुआ संप्रदाय को अहमियत दे रही है.
इसका प्रमाण योगी के आमंत्रण से चल रहा है. इस बात को लेकर मतुआ संप्रदाय में खासी चर्चा हो रही है. लोग खुश हैं कि उनके संघ को अब बंगाल के बाहर भी लोग मर्यादा दे रहे हैं. इसके लिए लोग भाजपा की तारीफ भी कर रहे हैं.

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