Birbhum Violence Case: भादू शेख हत्याकांड की जांच करेगी सीबीआई, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने दिया ये निर्देश

Birbhum Violence Case : बागतुई हत्याकांड के अलावा केंद्रीय खुफिया एजेंसी अब भादू शेख की हत्या की जांच करेंगी. बताया जाता है की सीबीआई ने रामपुरहाट में बरशाल ग्राम पंचायत के उप प्रधान और तृणमूल (टीएमसी) नेता भादु शेख की हत्या की जांच भी अपने हाथ में ले ली है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2022 12:00 PM

बीरभूम : कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भादू शेख की हत्या की जांच सीबीआई को शुक्रवार को सौप दी है. सीबीआई जांच का निर्देश हाईकोर्ट ने शुक्रवार को जारी किया. सीबीआई ने पहले कहा था कि वह हत्या की जांच के लिए तैयार है. सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) ने उच्च न्यायालय को यह भी बताया कि बोगतुई हत्या और भादू शेख हत्या आपस में जुड़े हुए है. अंत में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भादू शेख की हत्या की जांच सीबीआई को सौंप दी है.

बागतुई हत्याकांड के अलावा केंद्रीय खुफिया एजेंसी अब भादू शेख की हत्या की जांच करेंगी. बताया जाता है की सीबीआई ने रामपुरहाट में बरशाल ग्राम पंचायत के उप प्रधान और तृणमूल (टीएमसी) नेता भादु शेख की हत्या की जांच भी अपने हाथ में ले ली है. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार तड़के आदेश पारित किया.मुख्य न्यायाधीश की पीठ ने सुनवाई में कहा कि भादू शेख की हत्या और बागतुई नरसंहार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. इसलिए इस मामले की जिम्मेदारी भी सीबीआई को दी गई.

मुख्य न्यायाधीश ने आगे कहा कि सीबीआई को घटना की सच्चाई और असली दोषियों का पता लगाने के लिए मामले की और जांच करनी चाहिए. इससे पहले, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को बागतुई में आग लगने से 9 लोगों की मौत की जांच का काम सौंपा गया था. घटना में शामिल होने के संदेह में जांचकर्ताओं ने गुरुवार को मुंबई से चार लोगों को गिरफ्तार किया था. इस बार उनके साथ तृणमूल नेता की हत्या की जांच भी जुड़ गयी है. हालांकि, इस बात को लेकर तनाव था कि क्या सीबीआई भादू शेख की हत्या की जांच कराएगी.

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वकील कौस्तव बागची ने गुरुवार को मामला दर्ज कर घटना की सीबीआई जांच की मांग की थी. उच्च न्यायालय जानना चाहती थी कि क्या सीबीआई इस मामले के संदर्भ में जांच अपने हाथ में लेने को तैयार है .जवाब देने की कोशिश में सीबीआई के दो वकील आपस में भिड़ गए थे. एक वकील ने कहा, अगर अदालत आदेश देती है, तो हम जांच का जिम्मा संभालेंगे. एक वकील ने असहमती जतायी थी. इस दिन, सीबीआई ने अदालत को सूचित किया, जांच शुरू हुए कई दिन बीत चुके हैं. भादू शेख के घर और उसके आसपास लोग घूमते रहे हैं, ज्यादातर सबूत नष्ट कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा, हमने इस मामले की जांच के लिए टावर डंपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया है. राज्य सरकार भी सीबीआई जांच से सहमत नहीं थी. यह तर्क दिया गया कि राज्य पुलिस ने मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जांच को आगे बढ़ा रही है.

गुरुवार को सभी पक्षों से पूछताछ के बाद जजों ने फैसले को स्थगित रखा था. लेकिन प्रधान न्यायाधीश की खंडपीठ ने शुक्रवार को कहा कि सीबीआई अब भादू शेख की हत्या की भी जांच करेगी.नतीजतन, बरशाल के उप प्रधान भादू शेख और बाद में बागतुई गांव में आग लगने से 9 लोग जल गए – दोनों मामले केंद्रीय जांच एजेंसी के पास गए  .संयोग से 21 मार्च की रात बरशाल ग्राम पंचायत के उप प्रधान भादु शेख की पुरब पाडा के पास बम विस्फोट में मौत हो गई थी. तभी बागतुई गांव में नरसंहार की घटना को अंजाम दिया गया था. इस आगजनी और नरसंहार 9 लोगों की मौत हो गई थी.

रिपोर्ट : मुकेश तिवारी

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